चक्रवात से मुकाबले में राज्य प्रशासन की भूमिका की ममता ने की सराहना, पीड़ितों को वित्तीय मुआवजा देने का आश्वासन

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में भीषण चक्रवर्ती तूफान रुमल के 135 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार के बावजूद बहुत कम संख्या में जनहानि को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य प्रशासन की सराहना की है। सोमवार अपराह्न चक्रवात के कमजोर पड़ जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा है कि पश्चिम बंगाल बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित एक नदी राज्य है।

हर साल हमें विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है। इस बार चक्रवात रेमल के प्रभाव से हमारे राज्य को काफी नुकसान हुआ है। लेकिन सबसे ऊपर मानव जीवन है। सौभाग्य से और निश्चित रूप से राज्य प्रशासन के कार्यों के कारण, इस बार जानमाल की हानि अपेक्षाकृत कम है।

मारे गए लोगों और घायलों के परिजनों को वित्तीय मदद का आश्वासन देते हुए ममता ने लिखा कि मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना, उनके प्रियजनों को तत्काल आर्थिक सहायता दी जाएगी। फसलों और घरों को हुए नुकसान के मुआवजे के वितरण को प्रशासन कानून के मुताबिक देखेगा और चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद हम इन सभी मुद्दों पर अधिक गंभीरता से विचार करेंगे।

ममता ने आगे लिखा कि चुनावी निपटारे की व्यस्तता के बावजूद हमारा प्रशासन हर स्तर पर आपदा से निपटने के लिए तैयार था। मुख्य सचिव से लेकर मेरे राज्य के पूरे सचिवालय तक, जिला प्रशासन से लेकर ब्लॉक प्रशासन तक -हर कोई आपदा से निपटने में हमेशा एकजुट होकर लोगों के साथ खड़ा रहा है, और भविष्य में भी ऐसा करता रहेगा। करीब दो लाख लोगों को 1400 शिविरों में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का श्रेय भी हमारी नगर पालिकाओं-पंचायतों को है। इसके लिए मैं सभी राज्य और स्थानीय प्रशासन को हृदय से धन्यवाद देती हूं।

ममता ने कहा, “मुझे विश्वास है कि सबके सहयोग से हम इस तूफान पर विजय पा लेंगे। मैं जानती हूं कि आप इस विपत्ति से चिंतित हैं। हम भी चिंतित हैं। लेकिन डरिए मत, चिंता मत करिए। स्थिति से निपटने के लिए जो भी जरूरी होगा हम करेंगे।”

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