कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2024 के केंद्रीय बजट पर कड़ा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि इस बजट में बंगाल को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा, जिसने उत्तर बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन बजट में उन वादों को भूल गई।
बंगाल के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं
ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि केंद्रीय बजट में बंगाल को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है। बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं लेकिन बंगाल का नाम तक नहीं लिया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट प्रस्ताव पढ़ते समय ‘पूर्वोदया योजना’ का जिक्र किया, जिसमें बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के सर्वांगीण विकास की बात की गई थी। इसके बाद अमृतसर-कोलकाता वाणिज्यिक गलियारे का भी उल्लेख किया गया लेकिन पूरे बजट में बंगाल के लिए कोई विशेष आवंटन नहीं किया गया।
ममता ने उत्तर बंगाल के मुद्दे पर भी जोर देते हुए कहा कि चुनाव के समय भाजपा ने बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन अब दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, कर्सियांग को भूल गई है। उन्होंने उत्तर बंगाल के लोगों से अपील की कि वे इस बजट को याद रखें और भाजपा के वादों की हकीकत को पहचानें।
बिहार और आंध्र प्रदेश को मिले विशेष लाभ
ममता ने यह भी कहा कि बिहार और आंध्र प्रदेश को इस बजट में अधिक लाभ मिलने की संभावना पहले से थी, क्योंकि इन राज्यों की पार्टियों ने केंद्र में भाजपा सरकार बनाने में मदद की थी। उन्होंने कहा कि यह सरकार अपने सहयोगियों को स्पीकर पद या महत्वपूर्ण मंत्रालय देने की बजाय उन्हें आर्थिक लाभ देकर संतुष्ट कर रही है। उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि एक राज्य को लाभ देने के लिए दूसरे राज्य को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
100 दिनों के काम के लिए कोई दिशा नहीं
ममता बनर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि बजट में 100 दिनों के काम के लिए कोई दिशा नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, जो कि वोटरों की संख्या में बांग्लादेश के बराबर है, उसको भी नजरअंदाज किया जा रहा है।
गरीबों के लिए कोई राहत नहीं
ममता ने बजट में सोना, चांदी और प्लेटिनम जैसे धातुओं पर करों में कमी का भी जिक्र किया और कहा कि इससे गरीबों को कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह बजट गरीबों की अनदेखी करने वाला बजट है, जो सिर्फ अमीरों के लिए लाभकारी है।
बंगाल के बकाया की याद दिलाई
ममता ने कहा कि केंद्र के पास बंगाल का एक लाख 75 हजार करोड़ रुपये बकाया है लेकिन फिर भी बंगाल के साथ अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने बजट में रोजगार के लिए कोई व्यवस्था न होने पर भी नाराजगी जताई।