कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी में मौजूद भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया है। सोमवार को उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना समेत अन्य योजनाओं में लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों पर रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि जिन तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ऐसा किया है या किसी भी सरकारी योजना के एवज में रुपये की वसूली की है वह उन लोगों के पास जाएं, रुपये लौटाएं और बार-बार माफी मांगें, लोग माफ कर देंगे। पीएम आवास योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 16 हजार लोगों का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची से हटाया है क्योंकि उन्हें गलत तरीके से शामिल किया गया था। मैं भाजपा नेताओं का नाम ले सकती हूं जिन्होंने अपने परिवार और अन्य सदस्यों को शामिल कर लिया था लेकिन हमने उस पूरी सूची को दुरुस्त की। अगर एक-दो गलतियां रह गईं तो उसे सुधारा जा सकता है। ममता ने कहा कि अगर तृणमूल में कोई लोग लोभी हैं और भ्रष्टाचार में शामिल है तो वह तुरंत अपने आप को सुधार ले। लोगों के पास जाए और बार-बार माफी मांगे, लोग माफ कर देंगे।
विपक्ष का पलटवार
ममता के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि ममता बनर्जी को स्पष्ट करना चाहिए कि सूची में अपने ही नेताओं को शामिल करना गलती थी या भ्रष्टाचार था। यह पूरी तरह से भ्रष्टाचार है जिसमें बीडीओ और स्थानीय तृणमूल नेता शामिल रहे हैं। उस पर पर्दा डालने की कोशिश ममता ना करें।
वहीं माकपा के प्रवक्ता शमिक लाहिड़ी ने कहा कि अगर ऐसी बात है तो ममता बनर्जी को ही सबसे पहले लोगों से माफी मांगनी चाहिए। उन्हें बताना चाहिए कि उनके परिवार की संपत्ति उनके मुख्यमंत्री रहते हुए कैसे बढ़ गई। ममता खुद लोगों के पास जाकर माफी मांगें और इस संपत्ति को लौटाएं।