कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शुक्रवार को हुगली के उसी सिंगुर में जा रही हैं जिस मुद्दे पर विपक्ष में रहते हुए उन्होंने लगातार 26 दिनों तक अनशन किया था। गुरुवार को यह जानकारी उन्होंने खुद दी है। अपने आवास के पास मौजूद एक काली मंदिर में दर्शन करने पहुंचीं ममता ने कहा कि जब सिंगुर आंदोलन चल रहा था तब उन्होंने 26 दिनों तक अनशन किया था और अनशन की शुरुआत से ही माँ संतोषी का व्रत भी रखा था। उस समय उन्होंने माँ संतोषी से प्रार्थना की थी कि सभी किसानों की जमीन वापस मिल जाएगी तो यहां माता का मंदिर बनाएंगी और व्रत भी जारी रखेंगी।
ममता ने कहा कि माता ने उनकी मनोकामना पूरी की है इसलिए सिंगुर में एक मंदिर का निर्माण किया गया है जिसका उद्घाटन वह खुद करेंगी। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण में सरकार ने मदद की है और उसका उद्घाटन होना है इसलिए वह जा रही हैं। ममता ने यह भी बताया कि कोलकाता के लेक कालीबाड़ी में भी उन्होंने माँ के मंदिर का निर्माण करवाया है। एक बार फिर उन्होंने जाति और मजहबी सीमाओं से ऊपर उठकर एकता का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि मैं सभी धर्मों को अपना धर्म मानती हूं लेकिन मानवता को सबसे ऊपर रखना चाहिए।