कोलकाता : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सरनेम वाले लोगों को लेकर देशभर में चल रही आपत्तिजनक टिप्पणी की श्रेणी में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी भी खड़े हो गए हैं। राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के स्थापना दिवस के मौके पर सोमवार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा टाइटल मोदी नहीं है कि भाग जाऊंगा।
दरअसल आंख की चिकित्सा के लिए अभिषेक बनर्जी हाल ही में अमेरिका गए थे जिसे लेकर विपक्षी भाजपा, माकपा और कांग्रेस दावा कर रहे थे कि अभिषेक देश छोड़कर फरार हो रहे हैं। अब वहां से लौटने के बाद पहली बार किसी सम्मेलन को संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मेरा सरनेम मोदी नहीं है ना ही मेहुल है और ना ही मेरी पदवी चौकसी है। मेरा सरनेम बनर्जी है। मैं भागने वालों में से नहीं हूं।
पंचायत चुनाव से पहले जनसंपर्क के लिए नवजवार यात्रा की अपार सफलता के लिए उन्होंने नौजवानों का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उसी समय से पार्टी से युवा और छात्र संगठन का भरपूर सहयोग मिलता रहा है। कोलकाता के मेयो रोड में स्थापना दिवस कार्यक्रम में संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पंचायत चुनाव में जितनी सुविधा तृणमूल कांग्रेस को मिली थी उतनी ही विपक्ष को भी मिली थी। अगर देखा जाए तो विपक्षी उम्मीदवारों की संख्या तृणमूल की तुलना में दोगुनी थी और सभी ने बेरोक टोक नामांकन दाखिल किया था। इसके बाद भी लोगों ने 20 जिले में तृणमूल कांग्रेस को प्रचंड जीत दिलाई है। इसके लिए धन्यवाद।
जादवपुर विश्वविद्यालय में रैगिंग की वजह से एक छात्र की मौत की घटना का जिक्र भी उन्होंने किया। यहां सीसीटीवी लगाने की कोशिश का विरोध करने वाले छात्रों पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि यह परिवारवाद की वजह से हो रहा है। 33 सालों तक बंगाल की सत्ता में रही पार्टी ने जो संस्कृति अपनाई थी वही विरोध कर रहे लोगों में भी है।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय में छात्र की मौत के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी वामपंथी छात्र संगठन को जिम्मेदार ठहरा चुकी हैं।