कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष मानिक भट्टाचार्य ने भ्रष्टाचार से पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया है। गुरुवार को उन्होंने अपने लिए कलकत्ता हाई कोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई थी जिसकी सुनवाई न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष की एकल पीठ में हुई है।
विधायक की जमानत की मांग करते हुए उनके वकील ने कहा, ”क्या सबूत है कि शिक्षा परिषद में भ्रष्टाचार हुआ है? जिले में प्राथमिक शिक्षा परिषद भी गड़बड़ी कर सकती है। अगर किसी ने उनके मुवक्किल के नाम पर पैसे लिए हैं, तो क्या इसका मतलब वह अपराधी हैं?” मानिक के वकील की यह दलील सुनने के बाद कलकत्ता हाई कोर्ट ने गुरुवार को ईडी से भी पूछा।
मानिक के वकील ने उन्हें बताया कि बोर्ड ने भर्ती के लिए एक पैनल तैयार किया और उसे जिला प्राथमिक शिक्षा परिषदों को भेजा। यह भी हो सकता है कि परिषद द्वारा भेजी गयी सूची के अनुसार नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया हो। इसके बदले उन्होंने किसी और को रोजगार प्रमाणपत्र दे दिया होगा।
इस बारे में कोलकाता हाई कोर्ट ने कई सवाल जवाब किए हैं।