नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना के नये वेरिएंट के खिलाफ देशवासियों की सजगता और स्व-अनुशासन को बड़ी शक्ति बताते हुए कहा कि यह ‘जन-शक्ति’ की ही ताकत है कि भारत 100 वर्षों में आई सबसे बड़ी महामारी से लड़ सका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को साल के अंतिम ‘मन की बात’ को संबोधित करते हुए कहा कि नये साल में हम बेहतर बनने का संकल्प लेते हैं। सात साल के हमारे मन की बात ने लोगों को बेहतर करने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि वह मन की बात में सरकार के काम के बारे में भी बात कर सकते थे लेकिन देश भर में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने देश के लिए योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 140 करोड़ वैक्सीन की खुराक देना एक सामूहिक उपलब्धि है लेकिन हमें याद रखना होगा कि यहां कोरोना का एक नया रूप है। नागरिकों के प्रयास महत्वपूर्ण।आत्म अनुशासन और जागरुकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हमें इस जिम्मेदारी की भावना के साथ 2022 में प्रवेश करना है।
उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिक कोरोना के नये ओमिक्रॉन संस्करण का लगातार अध्ययन कर रहे हैं, हर रोज नये आंकड़े मिल रहे हैं और उनके सुझावों पर काम हो रहा है।