बिलासपुर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को बिलासपुर में कहा कि नक्सलवाद में अनेक माताओं ने अपने लाडले खोए। बहनों ने भाइयों को खो दिया। आपने तो खुद सहा है। देखा है..! अब छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिलों में शांति का एक नया दौर शुरू हो रहा है। उन्होंने ‘मन की बात’ कार्यक्रम का जिक्र किया और बताया कि इसमें बस्तर ओलंपियाड की चर्चा की थी। इस ओलंपियाड में हजारों युवाओं ने भाग लिया था। उन्होंने कहा कि मैं छत्तीसगढ़ के नवजवानों का शानदार भविष्य देख रहा हूं।
प्रधानमंत्री मोदी आज बिलासपुर जिले के बिल्हा विधानसभा के मोहभट्ठा गांव में 33, 700 करोड़ के विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने जैसे ही जम्मो, संगी, साथी, जहूंरिया महतारी, दीदी, बहनी औ सियान, जवान मनला जय जोहार से अपने भाषण की शुरुआत छत्तीसगढ़िया भाषा के संबोधन से की, वैसे ही ताली की गड़गड़ाहट से आयोजन में मौजूद लोगों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा, भारत माता की जय, रतनपुर महामाया और माता कर्मा की जय से की। उन्होंने लोगों को नवरात्रि के पहले दिन की शुभकामनाएं दी।
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की प्राथमिकताएं और काम को गिनाया और विपक्षी पार्टी के नेताओं का नाम लिए बिना कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन में छत्तीसगढ़ में विकास कार्य नहीं हो पाए और जो काम हुआ भी, उसमें घोटाले किए गए। कांग्रेस को कभी जनता की चिंता नहीं थी, जबकि उनकी सरकार ने हमेशा लोगों के जीवन, उनकी सुविधाओं और बच्चों के भविष्य के बारे में सोचा है। वे विकास योजनाओं को छत्तीसगढ़ के हर गांव तक पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में किए गए वादों को पूरी ईमानदारी से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें सिर्फ घोटाले करती थीं, जबकि उनकी सरकार ने हमेशा जनता की भलाई के लिए काम किया।
मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रदेश के कितने जिलों में आदिवासी परिवार रहते हैं..? कांग्रेस ने उनकी सुध नहीं ली। हमने गरीब आदिवासियों की चिंता की, उनके स्वास्थ्य की चिंता की, दवा की चिंता की। सस्ती दवा के लिए पीएम जन औषधि केंद्र खोला, आयुष्मान योजनाएं लाई। इसीलिए मैं कहता हूं जिसको कोई नहीं पूछता है, उसको मोदी पूजता है। आपके जल,जंगल जमीन के लिए 80 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। पहली बार हमारी सरकार अति पिछड़े आदिवासियों के लिए हमारी सरकार पीएम जनमन योजना बनाई है। ये 16 जिलों में ये योजना चल रही है। 2500 किलोमीटर की सड़क पीएम जनमन योजना के माध्यम से आदिवासी जिलों में बनाई जाएंगी। उन्होंने “प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना” की शुरुआत का जिक्र किया। इस योजना के तहत, सरकार लोगों को 70 से 80 हजार रुपये की सब्सिडी दे रही है, ताकि वे अपने घर की छतों पर सोलर पैनल लगवा सकें। इससे उनका बिजली का बिल बिल्कुल खत्म हो जाएगा और इसके साथ वे खुद बनाई गई बिजली को बेचकर पैसे भी कमा सकेंगे। उन्हाेंने बताया कि छत्तीसगढ़ में इस योजना से दो लाख परिवारों ने रजिस्ट्रेशन किया है।
नक्सलवाद के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, “देश में जो प्रदेश पीछे रहे, वहां नक्सलवाद फलता-फूलता रहा है। नक्सलवाद में अनेक माताओं ने अपने लाडले खो दिए। बहनों ने भाइयों को खो दिया। आपने तो खुद सहा है। देखा है..! अब प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिलों में शांति का एक नया दौर शुरू हो रहा है। उन्होंने मन की बात का जिक्र किया और कहा बस्तर ओलंपियाड की चर्चा की थी। इस ओलंपियाड में हजारों युवाओं ने भाग लिया था। उन्होंने कहा मैं छत्तीसगढ़ के नवजवानों का शानदार भविष्य देख रहा हूं। अब बस्तर के युवा और आदिवासी भाई-बहन तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। नक्सल प्रभावित जिलों में नए स्कूल फिर शुरू किए जा रहे हैं”।
मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर कहा कि 300 पीएमश्री स्कूल छत्तीसगढ़ खोले जाएंगे, यह शिक्षा नीति शानदार तरीके से प्रदेश में लागू हो रही है। इससे स्कूलों में शिक्षा का स्तर अच्छा होगा। ये स्कूल अन्य स्कूलों के लिए एक आदर्श मॉडल बनेंगे। नई शिक्षा नीति के तहत हिंदी में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू हो रही है। अब प्रदेश के युवाओं के विकास में भाषा बाधा नहीं बनेगी। हमारी सरकार अपनी पूर्व की सरकार में रखी गई, विकास की नींव को और भी मजबूत कर रही है। 25 साल बाद जब हम छत्तीसगढ़ अपना स्थापना दिवस मनाएं, तो छत्तीसगढ़ देश के विकास में अग्रणी राज्यों में शामिल हो।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 7 रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखी और 4 महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया, जिनकी कुल लागत ₹2,695 करोड़ है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मोहभट्टा, बिलासपुर स्थित कार्यक्रम स्थल से अभनपुर–रायपुर के बीच मेमू ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। ये परियोजनाएं राज्य में रेल परिवहन को और मजबूत करेंगी, जिससे यात्री एवं माल परिवहन को महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा। जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई वे है खरसिया-झाराडीह पांचवी लाइन,सरगबुंदिया-मड़वारानी (तीसरी एवं चौथी लाइन)दाधापारा-बिल्हा-दगोरीचौथी लाइन ,निपनिया-भाटापारा-हथबंद चौथी लाइन, भिलाई-भिलाई नगर-दुर्ग लिंक केबिन,राजनांदगांव-डोंगरगढ़ चौथी लाइन,करगी रोड-सल्का रोड तीसरी लाइन प्रमुख है। इसके अलावा शत प्रतिशत छत्तीसगढ़ में रेल लाइन विद्युतीकरण और नई रेल लाइन की सौगात दी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार कितनी तेजी अपनी गारंटियां पूरी कर रही है। छत्तीसगढ़ की बहनों से जो हमने वादा किया था, वो पूरा करके दिखाया है। धान किसानों को दाे साल का बकाया बोनस मिला है। बढ़े हुए एमएसपी पर धान की खरीद की गई है। इससे लाखों किसान परिवारों को हजारों करोड़ रुपये मिले हैं।
इस दौरान राज्य पाल रमन डेका, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री तोखन साहू, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा सहित अन्य मौजूद थे।
मुख्यमंत्री साय ने काेसा सिल्क से बनी हस्तनिर्मित शॉल ओढ़ाकर किया स्वागत-
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को छत्तीसगढ़ की बुनाई, संस्कृति और जीवंत परंपराओं का प्रतीक भेंट किया। वहीं कोसा सिल्क से बनी एक विशेष हस्तनिर्मित शॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत अभिवादन किया। साय ने अपने संबोधन में 33700 करोड़ की सौगात के लिए देश के प्रधानमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि 2047 में प्रधानमंत्री देश को विकसित भारत बनाने वाले हैं, उनके इस नेक काम में छत्तीसगढ़ भी खुद को विकसित करेगा।
छत्तीसगढ़ के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के वादों पर भरोसा किया है। इसलिए छत्तीसगढ़ में लोकसभा और विधानसभा में उनकी पार्टी को जीत मिली है और अब प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बन सकी है। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि डेढ़ साल पहले आपने छत्तीसगढ़ के लोगों से आह्वान किया था, जिस पर भरोसा करते हुए उस समय की भ्रष्टाचारी कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का काम हुआ। विधानसभा और लोकसभा में जीत हुई, यह सब मोदी की गारंटी से संभव हो पाया है।