इतिहास के पन्नों में 11 मार्चः कैंसर चिकित्सा के क्षेत्र में डॉ. शांता ने समृद्ध विरासत छोड़ी

कैंसर चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा कार्यों के लिए विशिष्ट पहचान रखने वालीं डॉ. विश्वनाथन शांता का जन्म 11 मार्च 1927 को तत्कालीन मद्रास के मायलापुर में हुआ था। उन्हें भारत की ऐसी महिलाओं की फेहरिस्त में रखा जाता है जिन्होंने चिकित्सा के जरिये सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया।

उन्होंने एक ऐसा कैंसर इंस्टीट्यूट बनवाया, जहां जो लोग इलाज का पैसा नहीं दे सकते हैं उन्हें मुफ्त में इलाज मुहैया करवाया जाता है। वह चेन्नई में अड्यार कैंसर संस्थान की चेयरपर्सन थीं। डॉ. शांता को 2005 में रेमन मैग्सेसे और 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। 19 जनवरी 2021 में 93 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया।

अन्य अहम घटनाएंः

1999 – इंफोसिस कंपनी पहली भारतीय कंपनी बनी जो नशदाक (NASDAQ) अंतरराष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज की सूची में आई।

2001 – संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफी अन्नान का एशिया के चार देशों की यात्रा पाकिस्तान से प्रारम्भ, अन्नान कश्मीर पर भारत के रुख़ से सहमत, बौद्ध प्रतिमाओं के ध्वंस के संबंध में तालिबान ने अन्नान का अनुरोध ठुकराया।

2004 – स्पेन में तीन रेलवे स्टेशनों पर हुए बम विस्फोटों में 190 मरे, 1200 घायल।

2006 – यूनानी संसद ने दाह-संस्कार को अनुमति देने वाले कानून को बहुमत से पारित किया।

2008 – मेघालय में 8वीं विधानसभा के 57 सदस्यों ने शपथ ली। उत्तर प्रदेश के दोनों सदनों में विनियोग विधेयक ध्वनि मत से पारित हुआ।

2011- भारतीय रक्षा वैज्ञानिकों ने उड़ीसा के समुद्र तट पर 350 किलोमीटर दूर तक मार करने वाली धनुष और पृथ्वी मिसाइलों का सफल परीक्षण किया।

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