देश-दुनिया के इतिहास में 16 मार्च की तारीख तमाम वजह से दर्ज है। इस तारीख का रिश्ता क्रिकेट के महानतम कीर्तिमान से तो है ही, उससे ज्यादा टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर से भी है। सचिन ने 12 मार्च, 2012 को जो इतिहास रचा, वह ऐसा सर्वोच्च कीर्तिमान है जिसकी बराबरी कोई नहीं कर पाया है। सचिन ने एशिया कप में भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए मुकाबले में यह कारनामा कर दिखाया था। उन्होंने इस मैच में करियर का 100वां शतक लगाया। इस समय मौजूदा खिलाड़ियों में सिर्फ विराट कोहली ही इस कीर्तिमान से कुछ दूर हैं।
सचिन करियर का 462वां वनडे मैच खेलने उतरे थे। टॉस हारने के बाद भारत ने पहले बैटिंग शुरू की। सचिन के साथ गौतम गंभीर क्रीज पर उतरे। महज 25 के स्कोर पर गंभीर आउट हो गए, लेकिन इसके बाद सचिन ने पहले विराट कोहली फिर सुरेश रैना के साथ दो अहम साझेदारी करके भारत का स्कोर 250 के पार पहुंचा दिया, साथ ही अपना 100वां शतक भी पूरा किया। पारी के दौरान सचिन ने 147 गेंदों पर 114 रन बनाए। सचिन के शतक और कोहली, रैना के अर्धशतक की मदद से भारत ने बांग्लादेश को 290 रन का लक्ष्य दिया।
बांग्लादेश ने चार गेंद बाकी रहते जीत के लिए जरूरी रन बना लिए। इस तरह सचिन का यह महाशतक भारत को जीत नहीं दिला सका। बांग्लादेश के लिए तमीम इकबाल (70), जहुरुल इस्लाम (53) और नासिर हुसैन (54) ने अर्धशतक लगाए। आखिरी ओवरों में शाकिब अल हसन ने महज 31 गेंद में 49 और मुशफिकुर रहीम ने 25 गेंद में नाबाद 46 रन बनाकर बांग्लादेश को जीत दिलाई। शाकिब मैन ऑफ द मैच रहे।
इसी सीरीज का अगला मैच भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ खेला। इस मैच में भारत को जीत मिली। 18 मार्च को खेला गया यह मैच सचिन के वनडे करियर का 463वां और आखिरी मैच था। इस मैच में सचिन ने 52 रन बनाए थे। इसमें भारत ने विराट कोहली के 183 रनों की मदद से 330 रन का टारगेट चेज किया और जीत दर्ज की।