कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल के स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य सुधार सेवा विभाग के मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा बुधवार को कोलकाता के उत्तरी इलाके साल्ट लेक स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पहुंचे।
सूत्रों के अनुसार, मंत्री सिन्हा, जो राज्य के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एवं वस्त्र विभाग के मंत्री भी हैं, ईडी द्वारा प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में अनियमितताओं की चल रही जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए बुलाए गए थे।
यह घटना राज्य की राजनीतिक हलचल में और उबाल ला रही है, जो पहले ही राज्य संचालित आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के जूनियर डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले से गरमाया हुआ है।
सूत्रों का कहना है कि ईडी अधिकारियों को मंत्री का नाम तृणमूल कांग्रेस के निलंबित युवा नेता और बिचौलिये कुंतल घोष की डायरी से मिला था, जिसे बाद में केंद्रीय एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया था।
दरअसल, इस साल मार्च में, ईडी अधिकारियों ने बीरभूम जिले के बोलपुर स्थित मंत्री के आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया था। इस छापेमारी के दौरान, ईडी अधिकारियों ने मंत्री के आवास से 41 लाख रुपये नकद और एक मोबाइल फोन जब्त किया था।
मंत्री सिन्हा को तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता और बीरभूम जिले के पूर्व जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल का करीबी माना जाता है।
मंडल वर्तमान में पश्चिम बंगाल के बहु-करोड़ मवेशी तस्करी मामले में नई दिल्ली के तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में हैं।
सूत्रों के अनुसार, सिन्हा को ताजा समन इसलिए भेजा गया है क्योंकि उनके खिलाफ कुछ नए सबूत सामने आए हैं, जिनके कारण उनसे फिर से पूछताछ जरूरी हो गई है।
रिपोर्ट के लिखे जाने तक इस मामले में तृणमूल कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी।