पटना : बिहार में पश्चिम चंपारण जिले के मूल निवासी यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी को लेकर विभिन्न संगठनों द्वारा गुरुवार को बिहार बंद का सुबह से मिला-जुला असर दिख रहा है।
हालांकि कई जिलों में इसको लेकर असर भी दिख रहा है। बिहार के शेखपुरा, वैशाली, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, पश्चिम चंपारण सहित विभिन्न जिलों में विभिन्न संगठनों एवं युवाओं की टोली सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रही है।
सभी की मांग है कि सरकार द्वारा यह कार्रवाई की गई है जो उचित नहीं है।मनीष कश्यप पर आरोप था कि तमिलनाडु में हुए बिहार के मजदूरों पर हमले का मनगढ़ंत वीडियो बनाकर कई सोशल साइट पर वायरल किया गया था जो कि तथ्यहीन था। सिर्फ वीडियो वायरल कर भय का माहौल उत्पन्न किया गया था।इसको लेकर मनीष कश्यप के खिलाफ करीब डेढ़ दर्जन मामले बिहार में और तमिलनाडु में दर्ज किये गये हैं।
पूर्व से भी मनीष कश्यप के खिलाफ करीब आधा दर्जन मामले उनके गृह जिले बेतिया में दर्ज हैं। साथ ही साथ बिहार की आर्थिक अपराध इकाई में भी मनीष कश्यप के खिलाफ करीब पांच मामले दर्ज हैं। इन सभी मामलों को लेकर पुलिस द्वारा कार्रवाई भी की गई थी। जिसमें एक केस में मनीष कश्यप के घर की कुर्की जब्ती भी हुई थी। उसी दौरान मनीष कश्यप ने बेतिया में आत्मसमर्पण भी कर दिया था।
उसके बाद मनीष कश्यप को पूछताछ के लिए आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) बेतिया से पटना लेकर चली गई और पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेजने के बाद पुनः रिमांड कर पूछताछ की है। अब तक इस तमिलनाडु वायरल वीडियो मामले में बिहार से करीब आधा दर्जन युवकों की गिरफ्तारी हो चुकी है। तमिलनाडु पुलिस ने बिहार पहुंचकर गिरफ्तारी की है।
पुलिस के सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार किए गए सभी युवकों को तमिलनाडु पुलिस भी विभिन्न कांडों में रिमांड करेगी। इस कार्रवाई के विरोध में आज बिहार बंद का आह्वान विभिन्न संगठनों और युवाओं द्वारा किया गया था।