बैरकपुर : रविवार को भाटपाड़ा नगरपालिका के बोर्ड रूम में नियमों को ताक पर रखते हुए एक स्वयंसेवी संस्था की बैठक हुई और इस बैठक ने काफी विवाद पैदा कर दिया। उल्लेखनीय है कि इस दिन ‘दिशिता’ नामक स्वयंसेवी संस्था ने भाटपाड़ा नगरपालिका के बोर्ड रूम में विभिन्न गंगाघाटों पर चार दिनों तक आरती किए जाने को लेकर एक बैठक बुलायी थी। ‘दिशिता’ की प्रमुख श्यामाश्री श्याम वहां मौजूद थीं। वह जगदल के तृणमूल विधायक सोमनाथ श्याम की बहन हैं। उनके अलावा भाटपाड़ा नगरपालिका के उप-प्रशासक देव प्रसाद सरकार भी बैठक में मौजूद थे।
बोर्ड रूम में स्वयंसेवी संगठन की बैठक के अलावा एक और घटना ने विवाद को तेज कर दिया है। दरअसल बैठक के दौरान स्वयंसेवी संस्था की प्रमुख बोर्ड रूम में चेयरमैन की सीट पर बैठी नजर आईं। नियम-कायदों की अनदेखी करते हुए नगर पालिका के बोर्ड रूम में स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा की गई इस बैठक से सतारूढ़ दल के कुछ लोग नाराज हैं लेकिन वे सार्वजनिक रूप से बयान देने से हिचक रहे हैं। हालांकि श्यामाश्री श्याम ने दावा किया कि वे वहां उप-प्रशासक के निमंत्रण पर बैठक के लिए पहुँची थीं।
नगरपालिका के बोर्ड रूम में स्वयंसेवी संस्था की बैठक को लेकर सांसद अर्जुन सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार ही तृणमूल पार्टी चला रही है। तृणमूल किसी भी सरकारी मानदंड का पालन नहीं करती है।
उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी संस्था की प्रमुख को प्रशासक की कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है। सांसद अर्जुन सिंह का आरोप है कि तृणमूल पार्टी गुंडों के हाथ लग गई है। वहीं लोहा चोर विधायक के परिवार वाले अब पार्टी चला रहे हैं, सत्ता पक्ष का यही हाल चल रहा है।
गौरतलब है कि भाटपाड़ा नगरपालिका के प्रशासक गोपाल राउत अपनी बेटी की शादी के सिलसिले में बिहार में हैं। बहरहाल, बोर्ड रूम में बैठक को लेकर उप-प्रशासक देव प्रसाद सरकार ने कहा कि स्वयंसेवी संस्था 30 नवंबर को गंगा प्रदूषण की रोकथाम पर एक कार्यक्रम आयोजित करेगी, वहां 1 से 6 और 30 से 34 तक कुल 11 वार्डों के लोग मौजूद रहेंगे। यह पूरी तरह से गैर राजनीतिक कार्यक्रम है। प्रशासक को भी इसकी जानकारी है।