नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतरिक्ष क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ साल पहले तक अंतरिक्ष क्षेत्र में किसी ने स्टार्ट-अप के बारे में सोचा भी नहीं था और आज इनकी संख्या सौ से अधिक पहुंच गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 90वीं कड़ी में अपने विचार साझा करते हुए कहा कि बीते कुछ समय में हमारे देश में अंतरिक्ष क्षेत्र से जुड़े कई बड़े काम हुए हैं। देश की इन्हीं उपलब्धियों में से एक है इन-स्पेस नाम की एजेंसी का निर्माण जो निजी क्षेत्र के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र में नए अवसरों को बढ़ावा दे रही है।
प्रधानमंत्री ने इन-स्पेस के मुख्यालय के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने के क्षण को याद करते हुए कहा कि वहां उन्होंने कई युवाओं से स्टार्टअप के विचार को लेकर बातचीत की थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से कुछ साल पहले तक देश में स्पेस सेक्टर में स्टार्टअप के बारे में कोई सोचता तक नहीं थी। आज इनकी संख्या 100 से भी ज्यादा है।
प्रधानमंत्री ने इस संबंध में चेन्नई और हैदराबाद के दो स्टार्टअप अग्निकुल और स्काईरूट का भी जिक्र किया। यो दोनों स्टार्टअप ऐसे लॉन्च वैहिकल विकसित कर रही हैं जो अन्तरिक्ष में छोटे पेलोड्स लेकर जाएंगे। उन्होंने एक और स्टार्टअप दिंगतरा के तनवीर अहमद से मुलाकात को उल्लेख करते हुए कहा कि वो दिंगतारा और ध्रुव स्पेश दोनों ही 30 जून को इसरो को लॉन्च विकल से अपना पहला लॉन्च करने जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने मेहसाणा की छात्रा तन्वी पटेल से बातचीत को याद करते हुए कहा कि 750 स्कूली छात्र 75 सैटेलाइट पर काम कर रहे हैं।