कोलकाता : अमरनाथ धाम में बादल फटने से कई लोगों की मौत और श्रद्धालुओं के फंसे होने की घटना को लेकर पश्चिम बंगाल में भी बेचैनी बढ़ती जा रही है। इसकी वजह है कि राज्य के करीब 15 से अधिक श्रद्धालुओं के इस त्रासदी में फंसे होने की आशंका है।
राज्य सचिवालय के सूत्रों ने बताया है कि इनमें अकेले जलपाईगुड़ी के 12 श्रद्धालु शामिल हैं जबकि हावड़ा की दो बेटियों समेत एक महिला भी इस त्रासदी में फंसी हुई हैं। इनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। राज्य सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जलपाईगुड़ी के जो लोग अमरनाथ गए थे उनसे संपर्क हो गया है। वे सुरक्षित हैं, लेकिन हावड़ा की बेटियों या महिला से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। इन लोगों की पहचान 70 साल की शीला सिंह, 47 साल की झूमा सिंह और 40 साल की प्रीति मन्ना के तौर पर हुई है। ये लोग दो जुलाई को हावड़ा के हिमगिरी एक्सप्रेस से अमरनाथ के लिए रवाना हुए थे। उसके बाद से लगातार इनसे फोन पर संपर्क हो रहा था लेकिन बादल फटने की घटना के बाद से उनका फोन बंद है इसीलिए परिवार के लोगों की चिंता बढ़ रही है।