कोलकाता : पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में स्थित सुप्रसिद्ध तीर्थ स्थल गंगासागर में मकर संक्रांति के मौके पर क़रीब 3 लाख से अधिक लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। इस पौराणिक तीर्थ में प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे राज्य के बिजली व खेल मंत्री अरूप बिश्वास ने बताया है कि गुरुवार रात तक कुल 3 लाख 20 हजार लोग सागर तट पर पहुंच गए थे। इन सभी ने शुक्रवार को गंगासागर में पुण्य स्नान किया है।
अरूप ने यह भी बताया था कि गंगासागर के 13 प्रवेश केंद्रों पर सात जनवरी से लेकर अब तक 3.20 लाख तीर्थयात्रियों की कोरोना स्क्रीनिंग की गई है। उनमें से 0.60 प्रतिशत लोगों को कोरोना पाजिटिव पाया गया। उसके बाद उन लोगों को वहीं से सेफ होम अथवा क्वारंटाइन सेंटरों में भेज दिया गया।
कोरोना पाजिटिव एक भी तीर्थयात्री को गंगासागर में प्रवेश करने नहीं दिया गया है इसलिए गंगासागर में इस समय कोरोना का एक भी मामला नहीं है। दूसरी तरफ गंगासागर पहुंचे बहुत से तीर्थयात्रियों से बातचीत करने पर पता चला कि कोरोना की स्क्रीनिंग तो दूर की बात, उनसे कोरोना के दोनों टीके का सर्टिफिकेट तक नहीं देखा गया।
कपिलमुनि मंदिर के महंत ज्ञानदास महाराज के उत्तराधिकारी संजय दास ने बताया कि पुण्य स्नान का शुभ मुहूर्त 14 जनवरी को दोपहर 12:34 बजे से शुरू है । उसी समय से भगवान सूर्य मकर राशि में प्रवेश करना आरंभ करेंगे। शुभ मुहूर्त 15 जनवरी को दोपहर 12:34 बजे तक रहेगा। शुभ मुहूर्त शुरू होने से आठ घंटे पहले और खत्म होने के 16 घंटे बाद तक पुण्य काल बना रहेगा।
कोरोना के प्रकोप के बीच चल रहे गंगासागर मेले को लेकर लोगों ने श्रद्धा से ज्यादा सतर्कता को महत्व दिया है। पिछले सात दिनों के दौरान गंगासागर मेले में सिर्फ 3 लाख 20 हजार लोग पहुंचे हैं जबकि कोरोना काल से पहले इस समय तक यह आंकड़ा 15 से 20 लाख को छू जाता था। इस बार अभी तक जो लोग गंगासागर आए हैं, उनमें से भी अधिकांश स्नान करके घर लौट चुके हैं।
गंगासागर मेले के आयोजन का दायित्व संभाल रहे राज्य के बिजली व खेल मंत्री अरूप विश्वास ने बताया कि कोरोना काल में लोगों ने ई-स्नान, ई-दर्शन और ई-पूजा को महत्व दिया है। अब तक 99.6 लाख लोग फेसबुक, टि्वटर और इंस्टाग्राम के जरिए गंगासागर के दर्शन कर चुके हैं जबकि बंगाल के पांच स्थानों पर एक लाख 60 हजार 420 लोगों ने ई-स्नान किया है। इसी तरह 21 हजार 561 लोगों ने अब तक ई-पूजा की है।
गंगासागर में 15 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। विभिन्न जगहों पर कुल 1050 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। 20 ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है। सागर तट पर नौसेना, तटरक्षक बल व एनडीआरएफ की टीमें मुस्तैद हैं।