कोलकाता : संशोधित सीआरआई रिपोर्ट केंद्र को भेजने की मांग पर कुर्मी समाज का आंदोलन लगातार तीसरे दिन जारी है। जनजातीय कुर्मी समुदाय के लोगों ने मंगलवार की शाम से सड़क और रेल रोको आंदोलन की शुरुआत की थी। राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ रेलवे को जाम कर दिया गया था जो बुधवार को भी लगभग सारा दिन जारी रहा। इसके बाद गुरुवार को भी सुबह से खड़गपुर मंडल के कई रेलवे स्टेशनों पर समाज के लोगों ने बैनर पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है जिसकी वजह से कई ट्रेनों को रद्द किया गया है।
खड़गपुर रेलवे के सीनियर डिविजनल कॉमर्शियल मैनेजर राजेश कुमार ने बताया कि 84 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। कई ट्रेनों को शॉर्ट्स कर गंतव्य से पहले ही रोक दिया गया है जबकि दूसरे राज्यों में जाने वाली दक्षिण पूर्व रेलवे की कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। उन्होंने बताया कि किसी भी तरह के आंदोलन का प्रभाव रेलवे सेवाओं पर ना पड़े यह सुनिश्चित करने का काम राज्य सरकार का है लेकिन हर बार इस मामले में निराशा हाथ लगती है।
इधर कुर्मी सामाजिक संगठन के राज्य अध्यक्ष राजेश महतो ने कहा कि हमने कई बार इसे लेकर आंदोलन किया है। हर बार राज्य सरकार संशोधित सीआरआई रिपोर्ट जल्द तैयार कर केंद्र को भेजने का आश्वासन देती है लेकिन इसे मूर्त रूप नहीं दिया जाता। आदिवासी जनजाति कुर्मी समाज के अध्यक्ष शिवाजी महतो ने कहा कि सीआरआई रिपोर्ट निश्चित तौर पर दी जानी चाहिए। यह हमारे समाज के आर्थिक और सामाजिक विकास से जुड़ा हुआ है। इसके पहले हमने पिछले साल आंदोलन किया था तो सरकार ने कहा था कि चंद महीनों के अंदर हो जाएगा। छह महीने से अधिक का वक्त गुजर गया है लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि फिलहाल आंदोलन लगातार तब तक चलेगा जब तक इस बारे में उचित कदम नहीं उठाया जाता।
जिलाधिकारी खुर्शीद अली कादरी ने कहा कि कुर्मी समाज की मांगों के बारे में हमने जानकारी ली है। उन्हें समझाने की कोशिश हो रही है कि आंदोलन की वजह से अनगिनत लोग समस्या में पड़े हुए हैं। बातचीत के जरिए इसका समाधान तत्काल निकालने की कोशिश जारी है।