कोलकाता : राज्य में नगरपालिका भर्ती भ्रष्टाचार मामले में नित्य नए खुलासे हो रहे हैं। मामले की जांच कर रही सीबीआई का दावा है कि दक्षिण दमदम नगरपालिका में 29 लोगों की भर्ती में अनियमितताएं हुई हैं। सीबीआई को विभिन्न फाइलें मिली हैं, जिनमें यह दिखाया गया है कि इन उम्मीदवारों को कितने नंबरों के आधार पर नौकरी मिली है।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, इन फाइलों में पाया गया है कि ग्रुप डी पद के लिए भर्ती किए गए 27 उम्मीदवारों को एक जैसे नंबर मिले हैं। इसके अलावा, प्यून पद पर भर्ती किए गए दो उम्मीदवारों को भी एक जैसे नंबर मिले हैं।
सीबीआई का दावा है कि दक्षिण दमदम नगरपालिका में विज्ञप्ति जारी होते ही 29 लोगों की भर्ती हो गई। इनमें से 27 लोगों को मजदूर के रूप में और दो लोगों को प्यून के रूप में नियुक्त किया गया। 27 मजदूरों को लिखित परीक्षा में 55 नंबर मिले और मौखिक परीक्षा में शून्य। जबकि दो प्यून को लिखित परीक्षा में 75 नंबर और मौखिक परीक्षा में शून्य मिले।
जांच के दौरान सीबीआई ने लोकल बॉडी डायरेक्टर के कार्यालय में छापेमारी की, जो नगर विकास विभाग के अधीन है। वहां से भी सीबीआई को कुछ फाइलें मिलीं, जिनमें पांच उम्मीदवारों के भर्ती परीक्षा के नंबरों की जानकारी थी। इन फाइलों में दिखाया गया कि पांच उम्मीदवारों में से एक को कुल 39 (30+9), एक को 44 (38+6), एक को 43 (36+7), एक को 42 (33+9), और एक को 34 (28+6) नंबर मिले थे।
स्कूल शिक्षक भर्ती (एसएससी) परीक्षा में भ्रष्टाचार की जांच कर रही सीबीआई ने पाया कि कुछ उम्मीदवारों ने ओएमआर शीट पर शून्य नंबर प्राप्त किए होने के बावजूद नौकरी प्राप्त की। इसी तरह की अनियमितताएं दक्षिण दमदम नगरपालिका की भर्ती में भी पाई गईं। सीबीआई का दावा है कि जिन उम्मीदवारों को 55 नंबर मिले थे, दूसरी फाइलों में उनके कम नंबर दिखाए गए हैं।
एक जुलाई को अलीपुर अदालत में सीबीआई ने नगरपालिका भर्ती घोटाले में चार्जशीट दाखिल की। इसमें अयन शील का नाम भी शामिल है, जिन्हें 2023 में शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। बाद में नगरपालिका भर्ती घोटाले का खुलासा हुआ। ईडी ने बताया कि अयन की कंपनी ही ओएमआर के लिए जिम्मेदार थी। अप्रैल में सीबीआई ने उन्हें हिरासत में लिया।
सीबीआई ने अदालत में बताया कि उन्होंने 42 जगहों पर छापेमारी की और भारी मात्रा में दस्तावेज जब्त किए। सीबीआई का दावा है कि अयन की कंपनी के माध्यम से 1,829 लोगों की विभिन्न नगरपालिकाओं में भर्ती हुई, जिनमें से 90 प्रतिशत भर्तियां नियमों का पालन किए बिना हुईं। सीबीआई ने कई उम्मीदवारों से पूछताछ की और 17 नगरपालिकाओं में अयन के माध्यम से भर्तियों की जानकारी प्राप्त की है।