मुर्शिदाबाद : मणिपुर में एक आतंकवादी हमले में मारे गए सेना के एक अधिकारी सहित सात लोगों में मुर्शिदाबाद जिले के कीर्तिपुर ग्राम पंचायत के श्यामल दास भी शामिल हैं। श्यामल के शहीद होने की खबर से पूरे इलाके में शोक की लहर है।
मुर्शिदाबाद के कांदी महकमा के खारग्राम ब्लॉक के कीर्तिपुर ग्राम पंचायत के नगर ग्राम के श्यामल दास शनिवार सुबह मणिपुर में आतंकवादी हमले में शहीद हो गया। शनिवार रात यह दुखद खबर उनके घर पहुंची। खबर पहुंचते ही परिवार पर शोक का पहाड़ टूट पड़ा। श्यामल के निधन से पूरा गांव शोक में है।
रविवार सुबह से शहीद श्यामल दास के घर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा है। बताया गया कि शहीद की पत्नी सुपर्णा दास से दो दिन पहले पति से फोन पर बातचीत हुई थी। सुपर्णा ने बताया कि कल श्यामल के कार्यालय से फोन आया था। पत्नी सुपर्णा ने कहा कि अभी भी समझ नहीं आ रहा है कि यह सब कैसे हो गया। सुपर्णा ने नम आंखों से बताया कि उनकी इकलौती आठ साल की बेटी दीया दास का दो दिन पहले जन्मदिन था। आखिरी बार अपनी बेटी को जन्मदिन की बधाई देने के लिए श्यामल ने फोन किया था। उन्होंने कहा कि वह बहुत जल्द जन्मदिन का तोहफा लेकर लौटेंगे लेकिन यह सब शनिवार की रात खत्म हो गया।
श्यामल दास के पिता धीरेन दास ने बताया कि मेरे दो बेटे थे। कुछ दिन पहले छोटे बेटे की मौत हो गई थी। बड़ा बेटा मणिपुर में राइफल डिफेंस के लिए असम में कार्यरत था। श्यामल नवंबर 2009 में असम राइफल्स में शामिल हुआ था। लड़के का लक्ष्य बहुत बड़ा आदमी बनना था। कई बार आतंकियों से निपट चुका है। वह जब भी घर आता था तो सारी बातें बताया करता था लेकिन इस बार सब कुछ खत्म हो गया। उन्होंने कहा कि मैं अपने बेटे की मौत से दुखी नहीं हूं, मेरे बेटे देश के लिए शहादत दी है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से अनुरोध कर रहा हूं कि आतंकियों को उन्हें ढूंढकर फांसी पर लटका दिया जाए। शहीद की माँ ने कहा कि लड़का पूजा से पहले घर आया था। दुर्गापूजा की पंचमी के दिन काम पर वापस चला गया। उसने कहा था कि जल्द ही लौटेगा लेकिन उससे पहले ही बेटे की शहादत की खबर आ गई।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को मणिपुर की राजधानी इंफाल से 100 किलोमीटर उत्तर में म्यांमार सीमा के पास चुराचांदपुर जिले के तिनघाट अनुमंडल इलाके में आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था। इस घटना में कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी अनुजा त्रिपाठी और बेटा आबिर के अलावा क्यूआरटी के 4 जवान मारे गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की थी। जानकारी के अनुसार परिवार के साथ गाँव वाले शहीद श्यामल के पार्थिव शरीर आने का इंतजार कर रहे हैं। सभी शहीदों को रविवार की दोपहर इम्फ़ाल एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि दी गयी।