सदी के महान संगीतकारों में शामिल ख्यातिलब्ध सितार वादक पंडित रविशंकर ने पश्चिमी देशों में भारतीय शास्त्रीय संगीत की ऐसी छाप छोड़ी कि जॉर्ज हैरिसन जैसे प्रख्यात संगीतकार भी उन्हें अपना प्रेरणास्रोत मानने लगे। दुनिया भर में मशहूर बीटल्स ग्रुप भी उनके मुरीदों में था। 7 अप्रैल 1920 को बनारस में पैदा हुए पंडित रविशंकर के लिए संगीत जुनून था, जो ताउम्र उनपर छाया रहा।
शुरू में उनकी रुचि नृत्य में थी लेकिन अट्ठारह साल की उम्र में उन्होंने नृत्य को छोड़कर सितार सीखना शुरू किया। पंडित रविशंकर ने संगीत की शिक्षा उस्ताद अलाउद्दीन खां से ली। भारत में पंडित रविशंकर ने अपना पहला कार्यक्रम 1939 में दिया। विदेशी धरती पर बेहद कामयाब रहे पंडित रविशंकर ने देश के बाहर अपना पहला कार्यक्रम 1954 में सोवियत संघ में दिया और 1956 में यूरोप में पहला कार्यक्रम दिया।
सत्यजीत रे की महानतम फिल्म ‘पाथेर पांचाली’ और हिंदी फिल्म ‘अनुराधा’ में पंडित रविशंकर ने ही संगीत दिया। कई दशकों तक हरेक दर्शक के जेहन में रहा दूरदर्शन का सिग्नेचर ट्यून भी पंडित रविशंकर ने ही दिया था। दूरदर्शन के हर कार्यक्रम की शुरुआत इसी ट्यून से होती थी जो आज भी उस पीढ़ी के दर्शकों के लिए जाना-पहचाना है।
पंडित रविशंकर को 1999 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। भारत सरकार की तरफ से कला के क्षेत्र में उनके अविस्मरणीय योगदान को देखते हुए पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। भारतीय शास्त्रीय संगीत को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने वाले पंडित रविशंकर को तीन बार ग्रैमी अवॉर्ड से नवाजा गया। 11 दिसंबर 2012 में 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
अन्य अहम घटनाएंः
1919ः पद्मश्री से सम्मानित प्रख्यात उर्दू कवि कश्मीरी लाल जाकिर का जन्म।
1942ः अभिनेता जितेंद्र का जन्म।
2011ः सुप्रसिद्ध कवि जानकी वल्लभ शास्त्री का निधन।
2014ः हिंदी फिल्मों के प्रसिद्ध सिनेमेटोग्राफर वीके मूर्ति का निधन।