कोलकाता : प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष और विख्यात अर्थशास्त्री डॉ. बिबेक देब राय के आकस्मिक निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, “डॉ. बिबेक देबरॉय जी एक प्रखर विद्वान थे, जो अर्थशास्त्र, इतिहास, संस्कृति, राजनीति, अध्यात्म और अन्य विविध क्षेत्रों में पारंगत थे। अपने कार्यों के माध्यम से, उन्होंने भारत के बौद्धिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी। सार्वजनिक नीति में अपने योगदान के अलावा, उन्हें हमारे प्राचीन ग्रंथों पर काम करने और उन्हें युवाओं के लिए सुलभ बनाने में भी आनंद आता था। मैं डॉ. देबरॉय को कई सालों से जानता हूँ। मैं उनकी अंतर्दृष्टि और अकादमिक चर्चा के प्रति उनके जुनून को हमेशा याद रखूँगा। उनके निधन से दुखी हूँ। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदनाएँ। ओम शांति।”
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि बंगाल के इस अद्वितीय विद्वान और कुशल अर्थशास्त्री की स्मृतियां सदैव हमारे दिलों में जीवित रहेंगी। उन्होंने मृतक के परिवार और उनके मित्रों के प्रति अपनी संवेदनाएं भी प्रकट की।
बिबेक देब राय का जन्म बंगाल में हुआ था और उन्होंने अर्थशास्त्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। शिक्षा की शुरुआत रामकृष्ण मिशन स्कूल, नारेंद्रपुर से हुई, जिसके बाद उन्होंने कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाई की। अपनी प्रतिभा को आगे बढ़ाते हुए, उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से भी शिक्षा प्राप्त की।
अर्थशास्त्र के क्षेत्र में देब राय का कार्यकाल व्यापक रहा, जिसमें उन्होंने निति आयोग के सदस्य और विभिन्न प्रतिष्ठानों में योगदान दिया। इसके साथ ही, उन्होंने महाभारत और अन्य पौराणिक ग्रंथों का हिंदी अनुवाद भी किया, जिसे भारतीय संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में उनकी एक बड़ी भूमिका रही है। उन्हें 2015 में पद्मश्री सम्मान दिया गया था। शुक्रवार को उन्होंने 69 साल की उम्र में आखिरी सांस ली है।