सत्ता में वापसी पर नरेन्द्र मोदी ने जताया विश्वास, भाजपा कार्यकर्ताओं को दिया 100 दिनों का लक्ष्य

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में केन्द्र सरकार की उपलब्धियों और विपक्ष की नाकामियों को गिनाते हुए आने वाले आम चुनाव में पार्टी कार्यकर्ताओं को 100 दिनों तक हर वोटर, लाभार्थी, वर्ग, समाज, पंथ, परंपरा तक पहुंचने का लक्ष्य दिया। साथ ही उन्होंने दोबारा सत्ता में वापसी पर विश्वास जताया और अगले कार्यकाल में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 2047 तक देश को विकसित बनाने का वादा किया।

प्रधानमंत्री ने विपक्षी गठबंधन और विशेषकर कांग्रेस पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार को लेकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा से वैचारिक और सैद्धांतिक लड़ाई नहीं लड़ रही है बल्कि वह स्वयं उनसे (मोदी) लड़ रही है। मोदी को गाली देना उनकी आदत हो गई है। इस मुद्दे पर पार्टी के अंदर ही मतभेद है और पार्टी दो धड़ों में बंट गई है।

भारतीय विदेश नीति से जुड़ी उपलब्धियां गिनाते हुए मोदी ने कहा कि दुनिया को अब समझ में आ रहा है कि भारत का विकास उसकी बेहतरी के लिए है। हाल की कतर और यूएई की यात्रा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिम एशिया में अब भारत के रिश्ते मजबूत हो रहे हैं। इन सबका श्रेय भाजपा सरकार को देते हुए प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की वापसी पर विश्वास जताया और कहा कि दुनिया भी अब मान रही है कि पार्टी दोबारा सत्ता में लौटेगी। इसी कारण से आम चुनाव से पहले ही उन्हें विभिन्न देशों से उनके यहां यात्रा के निमंत्रण प्राप्त हो रहे हैं।

भाजपा के वरिष्ठ नेता मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस भले ही वादे पूरा न करे लेकिन झूठे वादे करने में आगे है। देश की जनता को इसका एहसास हो गया है। जनता को अब भाजपा पर भरोसा है और पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी सरकार की उपलब्धियों के साथ अगले 100 दिनों तक जनता के बीच जाना है और पार्टी के लिए वोट करने की अपील करनी है।

उन्होंने कहा कि देश की जनता को पहले लगता था कि सरकारें बदलती हैं लेकिन व्यवस्था नहीं बदलती। उनकी सरकार आने के बाद से यह सोच बदली है। आज सामाजिक न्याय की भावना के साथ सरकार हर व्यवस्था को बदल रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अब अपने आप विकसित होने की सोच से आगे नहीं बढ़ रहा है। अब वे बड़े लक्ष्य लेकर चल रहा है। पिछले 10 साल साहसिक निर्णयों और भविष्यवादी नीतियों के लिए जाने गए हैं। हमने दशकों से अधूरे कार्यों को पूरा करने का साहस किया है। चाहे वह राम मंदिर का निर्माण हो, करतारपुर गलियारे का उद्घाटन हो, अनुच्छेद 370 को निरस्त करना हो या नई शिक्षा नीति का कार्यान्वयन हो, इन बदलावों का भारत के लोगों को लंबे समय से इंतजार था।

अपने भाषण में विशेष उल्लेख करते हुए उन्होंने करतारपुर साहिब कोरिडोर के उदघाटन, अफगानिस्तान से सिख शरणार्थियों की वापसी और 25 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाए जाने का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि मुस्लिमों को अब हज यात्रा करने में आसानी हो रही है। महिलाओं को बिना महरम (बिना किसी पुरुष रिश्तेदार) के यात्रा करने की अनुमति मिली है।

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