कोलकाता : ‘समर्पण ट्रस्ट’ के तत्वावधान में हिन्दी पखवाड़ा के अंतर्गत आगामी 26 सितंबर को एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। दक्षिण कोलकाता के प्रिटोरिया स्ट्रीट स्थित ज्ञान मंच सभागर में आयोजित इस संगोष्ठी देश भर के छात्र, शोधार्थी, हिन्दी प्रेमी व उद्भट विद्वानों का जमावड़ा होगा। ‘समर्पण ट्रस्ट’ के महासचिव प्रदीप ढेडिया ने इस आशय की जानकारी दी।
ढेडिया ने बताया कि साहित्य, धर्म-अध्यात्म व मानवीय चेतना को समर्पित संस्था समर्पण ट्रस्ट के इस संगोष्ठी में भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता की अध्यक्ष डा. कुसुम खेमानी, बाबा साहब भीमराव आम्बेडकर शिक्षा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सोमा बंद्योपाध्याय, भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक व माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. संजय द्विवेदी, हिन्दी विश्वविद्यालय, हावड़ा के कुलपति प्रो. विजय कुमार भारती, वरिष्ठ पत्रकार विश्वंभर नेवर, वरिष्ठ साहित्यकार व आईपीएस मृत्युंजय कुमार सिंह, प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ऋषि भूषण चौबे, दीनबंधु इंस्टीट्यूशन के एसोसिएशट प्रोफेसर डॉ. सत्यप्रकाश तिवारी, कांचरापाड़ा कॉलेज के प्राध्यापक डॉ. जे.के. भारती, अंतरराष्ट्रीय मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष तथा विश्व हिन्दी सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल में पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व विधायक दिनेश बजाज तथा मशहूर डीजे व हिन्दी प्रेमी हरीश लखमानी अपने सारगर्भित व्याख्यान से श्रोताओं के ज्ञान की श्रीवृद्धि करेंगे।
ढेडिया ने बताया कि उक्त कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार तथा भारतीय भाषा परिषद की अध्यक्ष कुसुम खेमानी को साहित्य के क्षेत्र में आजीवन उपलब्धि तथा डॉ. जेके भारती को बच्चों में निःशुल्क हिन्दी का अलख जगाने के लिए हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
संस्था के सभापति श्याम लाल अग्रवाल एवं अध्यक्ष निरंजन अग्रवाल ने बताया कि समर्पण ट्रस्ट मानव सेवा के साथ – साथ समाज को जागरुकता प्रदान करने को सदैव प्रयत्नशील है। आजादी के अमृत काल में भी भारत जैसे विशालकाय देश की कोई राष्ट्रभाषा न होना, चिंताजनक है।
इस संगोष्ठी में इस विषय पर गहनता से विचार किया जायेगा। संस्था ने समाज में शिक्षा के अलख को जगाये रखने के लिए महानगर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों को छात्रवृत्ति देने तथा पत्रकारिता की अलख जगाये रखने वाले पत्रकारों को सम्मानित करने का निर्णय लिया है।