पटना : नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट-यूजी) के पेपर लीक मामले की जांच कर रही सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) की टीम ने जांच के चौथे दिन गुरुवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया। अभियुक्तों के नाम मनीष कुमार और आशुतोष कुमार हैं। आरोपियों को बिहार के पटना से गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों ने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को सुरक्षित परिसर मुहैया कराया, जहां उन्हें लीक हुए पेपर और उत्तर कुंजी दी गई।
इसके साथ ही सीबीआई ने गुजरात के 6 विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों से पूछताछ की।
नीट (यूजी) पेपर लीक का पर्दाफाश होने के बाद देशभर में हंगामा मचा था। गोधरा के परवडी स्थित जय जलाराम स्कूल में भी नीट परीक्षा के दौरान नकल कराए जाने खुलासा होने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी। राज्य सरकार ने इसकी जांच बाद में सीबीआई को सौंप दी। इसके बाद से सीबीआई गोधरा में पड़ाव डालकर जांच में जुटी है।
एक दिन पहले बुधवार को सीबीआई ने खेड़ा जिले के थर्मल स्थित जय जलाराम इंटरनेशनल स्कूल में जांच करने पहुंची थी। सीबीआई टीम के साथ स्थानीय पुलिस अधिकारी भी थे। नीट की परीक्षा जय जलाराम स्कूल के गोधरा और थर्मल दोनों केन्द्रों पर आयोजित की गई थी। शुरुआत में पंचमहाल जिला पुलिस की ओर से गठित विशेष जांच टीम ने नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में केन्द्र के सुप्रिटेंडेंट समेत कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। अब परीक्षार्थियों से पूछताछ और उनके बयान के आधार पर कई अन्य लोगों की संलिप्तता उजागर हो सकती है, जिसके बाद गिरफ्तारी की संभावना जतायी जा रही है।