कोलकाता : बीरभूम जिले में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद होने की घटना की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुरू कर दी है। गुरुवार को मोहम्मद बाजार में 81 हजार डेटोनेटर बरामद किए गए थे। इसके बाद शुक्रवार को नलहाटी से बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट और डेटोनेटर की बरामदगी राज्य पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स की संयुक्त टीम ने की थी। इसकी जानकारी मिलने के तुरंत बाद एनआईए ने राज्य पुलिस से संपर्क साधा और घटना से संबंधित सारे दस्तावेज मांगे हैं।
शनिवार को एनआईए के सूत्रों ने बताया है कि इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री की मौजूदगी आतंकी संगठनों की मौजूदगी का संकेत है इसलिए इसकी जांच शुरू की गई है। शुक्रवार को झारखंड से सटे नलहाटी के लखनामा गांव में पुलिस ने अभियान चलाकर 300 क्विंटल अमोनियम नाइट्रेट और 3000 डेटोनेटर बरामद किए थे। इसी तरह से एक दिन पहले मोहम्मद बाजार में एक ट्रक से डेटोनेटर की बरामदगी हुई थी। आशीष केवड़ा नाम के ट्रक चालक को गिरफ्तार कर पूछताछ भी की जा रही है।
केंद्रीय एजेंसियों का कहना है कि इन विस्फोटकों के जरिए पूरे राज्य को तबाह किया जा सकता है। इन विस्फोटक पदार्थों का इस्तेमाल या तो आतंकी संगठनों के लिए होना था या उग्रवादी संगठनों ने इसे मंगाया था।
पास के जिले बर्दवान के खागरागढ़ में 2014 के ब्लास्ट के बाद से सतर्क केंद्रीय एजेंसियां कोई भी ढिलाई बरतना चाहतीं इसीलिए बीरभूम से इतनी भारी मात्रा में बरामद विस्फोटकों की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। सूत्रों ने बताया है कि एनआईए के अधिकारी गिरफ्तार ट्रक चालक से रविवार को पूछताछ भी कर सकते हैं।