कोलकाता : राज्य के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार तृणमूल नेता शांतनु बनर्जी के खिलाफ पार्टी के अंदर से भी कई तरह के आरोप लग रहे हैं। हुगली जिले में स्थित बलागढ़ के ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष नवीन गांगुली ने शांतनु के कई राज खोले।
नवीन गांगुली ने सोमवार को कहा कि शांतनु ने न केवल भ्रष्टाचार किया, बल्कि वह दबंगई का भी पर्याय रहा है। बंदूकों की तस्करी, मारपीट, हिंसा जैसे आपराधिक वारदातों को लगातार अंजाम देता रहा है। यहां तक कि श्रीपुर बलागढ़ पंचायत में वर्ष 2018 के चुनाव के समय उसने बंदूक के बल पर मतदान केंद्र को लूटा था और पसंदीदा उम्मीदवार को जीतने में मदद पहुंचाई थी।
शांतनु पर आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस में अपने दबदबे की वजह से वह करीबी लोगों को टिकट दिलवाता था, जिसके बदले रुपये की वसूली किया करता था। नवीन ने कहा कि हत्या के डर से उसने अब तक अपना मुंह नहीं खोला था।
ईडी के सूत्रों ने बताया है कि शांतनु ने शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार में जो रुपये की वसूली की थी, उसका निवेश जमीन और संपत्ति खरीदने में किया। बण्डेल चर्च के पास निवेदिता पार्क इलाके में उसका एक बंगला है। हुगली में उसने एक बंगला पत्नी के नाम पर खरीदा है।
शांतनु की पत्नी प्रियंका से इस संबंध में प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका है। शांतनु की सास दीपाली गुप्ता ने कहा कि मेरे दामाद को फंसाया गया है। 17 साल पहले बेटी की शादी हुई थी। सिलाई सिखाकर वह 12-15 हजार रुपये महीने में अर्जित करती थी। एक निजी अंग्रेजी स्कूल में भी नौकरी कर चुकी है। उन्हें अब फंसाने की कोशिश हो रही है।