अब तृणमूल विधायक तापस ने पार्टी के खिलाफ खोला मुंह, कहा : दल में है नौकर और मालिक की संस्कृति

कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस में आंतरिक विरोध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। विधायक तापस राय के बाद एक और विधायक तापस भट्टाचार्य ने पार्टी की संस्कृति पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस के अंदर नौकर और मालिक की संस्कृति चल रही है, मैं नौकर वाली कैटेगरी में हूं।

दरअसल बुधवार को न्यूटाउन के इको पार्क में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विजया सम्मेलन हुआ था जिसमें उद्योगपतियों के साथ शहर के गण्यमान्य लोगों को बुलाया गया था लेकिन वहीं राजारहट न्यूटाउन से विधायक तापस भट्टाचार्य को इसमें आमंत्रित नहीं किया गया था। इसे लेकर गुरुवार को उन्होंने कहा, ‘मुझे बहुत खराब लगा है। मैं काफी दुखी हैं। पिछले साल भी मुझे यहां विजया सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया गया था।’ उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों से पार्टी में मेरी कोई हैसियत नहीं है। पार्टी में एक धड़ा नौकरों का है और दूसरा साहिब लोगों का है। मैं नौकर वाले धड़े का हिस्सा हूं। नौकरों को सम्मान देते हुए मैं बताना चाहता हूं कि लंबे समय तक मैंने लोगों के बीच जाकर उनके लिए काम किया है और लड़ाई लड़ी है।

स्थानीय तृणमूल नेता सब्यसाची दत्त पर इशारे-इशारे में हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में सांप्रदायिकता का समर्थन किया था, ममता दीदी को बेगम कहा था वे पार्टी में महत्वपूर्ण हो गए हैं लेकिन मेरे जैसे लोगों का कोई सम्मान नहीं है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति सम्मान जाहिर करते हुए तापस ने कहा कि दीदी के आशीर्वाद से 2021 के चुनाव में 56 हजार वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है। न्यूटाउन के इतिहास में आज तक कोई इतने अधिक वोटों के अंतर से नहीं जीत सका था, शायद मैं सीपीएम से आया हूँ इसलिए मेरी निष्ठा पर संदेह होगा।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि तापस दा अच्छे संगठक हैं, वे पार्टी के कर्मठ नेता हैं।

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