पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को श्रीकृष्ण जयंती के मौके पर भूमिहारों समाज को खास नसीहत दी है। उन्होंने कांग्रेस द्वारा सदाकत आश्रम में आयोजित बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की जयंती समारोह में भाजपा और पीएम नरेन्द्र मोदी पर जमकर प्रहार किया। इसी दौरान उन्होंने भूमिहार जाति के लोगों को भी कहा कि आप लोग तो अपने ही समाज के लोगों को याद नहीं रखते हैं।
लालू ने कहा कि बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की प्रतिमा सचिवालय में लगी हुई है लेकिन वर्ष 1990 के दशक में जब वे और उनकी पत्नी राबड़ी देवी मुख्यमंत्री रहे तो उस दौरान राजकीय समारोह में कोई भी भूमिहार नेता वहां फूल-माला चढ़ाने नहीं जाता था। तब के कार्यक्रमों में सिर्फ लालू और राबड़ी सहित गिनती के लोग ही वहां जाते और श्रीबाबू की प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर आते।
लालू ने कहा कि भूमिहार समाज के लोग कहते हैं कि श्रीबाबू उनकी जाति के हैं लेकिन भूमिहार जाति के लोग अपने ही नेता को याद नहीं करते हैं। उनकी जयंती और पुण्यतिथि नहीं मनाई जाती। इसलिए वे भूमिहार जाति से अपील करते हैं कि अपने पूर्वजों को जानिए। नई पीढ़ी अपनी जाति के लोगों को जाने। श्रीबाबू को याद करें।लालू ने कांग्रेस द्वारा सदाकत आश्रम में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की जयंती समारोह आयोजित करने के लिए अखिलेश सिंह की सराहना की।
लालू यादव ने कहा कि- भाजपा आज राम और रहीम के बंदों के बीच नफरत फैला रही है। आज संविधान पर खतरा बना हुआ है। इसलिए हम लोग एकजुट होकर आईएनडीआईए गठबंधन बनाये हैं। ये लोग काला धन वापस लायेंगे बोलकर जनता को ठग लिया और चुनाव जीत लिया। ये लोग बोला 15 लाख आएंगे तो हम भी एकाउंट खोलवा लिए। परिवार के सदस्य के हिसाब से भी खुलवा दिए। फिर झूठ बोल दिया विदेशों में पैसा नहीं है।
लालू यादव ने कहा कि हमको तो आज बड़े बड़े जनसंघ के नेता बता रहे हैं कि भाजपा पटना लोकसभा सीट छोड़कर बिहार में कहीं नहीं जीत रही हैं। इन लोगों का इस बार सबकुछ बर्बाद हो जाएगा। इस बार देश में हमारी गठबंधन की सरकार बनेगी और उसके बाद जनसंख्या के हिसाब से देश के सत्ता का बंटवारा होगा। राहुल गांधी बोलते हैं सरकार आएगी तो पूरे देश में जातीय जनगणना होगी। लालू ने यह ऐलान किया है कि, हमलोग पटना के गांधी मैदान में एक बार फिर से बड़ी रैली करेंगे। इसका नारा होगा भाजपा हटाओ देश बचाओ। यहीं से आंधी उठेगी और केंद्र की सत्ता बदलेगी।