कोलकाता : आसन्न पंचायत चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल को हराने के लिए उत्तर बंगाल के पहाड़ी क्षेत्र की धुर विरोधी पार्टियों ने हाथ मिलाया है। अब तक एक दूसरे की प्रतिद्वंदी रही गोरखा नैशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा एवं हमरो पार्टी ने तृणमूल के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।
बिमल गुरुंग की गोरखा जनमुक्ति मोर्चा, मोहन घीसिंग की जीएनएलएफ, अजय एडवर्ड की हमरो पार्टी राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल और जीटीए के सत्तारूढ़ भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा को हराने के लिए एक साथ आई है। तृणमूल और उसकी सहयोगी पार्टियों के खिलाफ इस महागठबंधन में भाजपा भी शामिल है।
पिछले विधानसभा चुनाव से पहले बिमल गुरुंग ने सार्वजनिक रूप से तृणमूल को समर्थन देने की घोषणा की थी। लेकिन वे अब भाजपा खेमे में वापस आ गए हैं। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने कहा, ” पंचायत में बहुत भ्रष्टाचार है। इसलिए मैंने महागठबंधन बनाया है। तृणमूल को हराना जरूरी है।”
भाजपा की पहल पर दार्जिलिंग के जिमखाना क्लब में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि दो स्तरीय पंचायत में सबसे ज्यादा ताकत वाली पार्टी अपना प्रत्याशी उतारेगी। जहां कोई भी दल मजबूत नहीं है, वहां सामाजिक कार्यों से जुड़े लोगों को मनोनीत किया जाएगा। नए सिंबल के लिए आवेदन किया जाएगा, जिस पर महागठबंधन के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। हालांकि भाजपा प्रत्याशी पार्टी के सिंबल पर ही चुनाव लड़ेंगे।
दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट ने कहा, ”मैं यह नहीं देखूंगा कि कितनी सीटों पर चुनाव लड़ा जाता है। हमने उस व्यक्ति का समर्थन करने का फैसला किया है जो सबसे अच्छा उम्मीदवार होगा। मैं उन गैर-राजनीतिक हस्तियों को नामांकित करने की व्यापक कोशिश करूंगा जो गांवों में हैं और जो लोगों के लिए काम करते हैं।”