कोलकाता : महानगर में नगर निगम की ओर से पार्किंग फी दोगुनी किए जाने पर मेयर फिरहाद हाकिम को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की फटकार के बाद विभागीय मैनेजर पर गाज गिरी है। उन्हें पद से हटाकर दूसरे डिपार्टमेंट में भेज दिया गया है। मंगलवार की देर रात इस संबंध में कोलकाता नगर निगम की ओर से एक निर्देशिका जारी हुई है। इसमें बताया गया है कि पार्किंग विभाग के मैनेजर अर्घ्य सिकदर को उनके पद से हटाकर सोशल सेक्टर विभाग में तबादला कर दिया गया है। किस वजह से ऐसा किया गया है, यह नहीं बताया गया है। हालांकि हाल में जो पार्किंग फी बढ़ोतरी को लेकर विवाद खड़ा हुआ था वह उन्हीं की सलाह और निर्देश पर किया गया था। इससे स्पष्ट माना जा रहा है कि उन्हें इसकी सजा दी गई है। आरोप है कि उन्होंने पार्किंग फी बढ़ोतरी के संबंध में उच्चाधिकारियों को उचित जानकारी नहीं दी थी।
हालांकि इसे लेकर विपक्ष ने मेयर पर अपनी जिम्मेदारी अधिकारियों पर डालने के आरोप लगाए हैं। भाजपा पार्षद सजल घोष ने कहा है कि कोलकाता में दोगुनी से भी अधिक पार्किंग फी का निर्णय मेयर फिरहाद हाकिम ने खुद ही मेयर परिषदों की बैठक में लिया था। अब अपनी गलती को मैनेजर पर डालकर उसे ढकने की कोशिश हो रही है। हालांकि नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि विभागीय मैनेजर का तबादला एक रूटीन प्रक्रिया है। इसका किसी फैसले से कोई लेना देना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि एक अप्रैल से कोलकाता में वाहनों की पार्किंग फी दोगुनी कर दी गई थी। जबकि ट्रक और बसों की पार्किंग फी 10 गुना की गई थी। इसे लेकर लोगों में काफी नाराजगी थी। इसके बाद पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने इसका संज्ञान लिया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस बारे में जानकारी दी। इस पर सीएम बनर्जी ने मेयर को जमकर फटकार लगाई और कहा कि मेरी सहमति के बगैर यह फैसला क्यों लिया गया? तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने इसे पार्टी फोरम में रखने के बजाय सार्वजनिक मंच पर रखा था और फिरहाद हाकिम को इसके लिए जिम्मेवार ठहराया था। इसके बाद रातों-रात नगर निगम ने अपना फैसला वापस लिया था।