नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को संसद में विरोध प्रदर्शन को लेकर विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि वे हालिया विधानसभा चुनाव में हार से बौखला गए हैं और हताशा में संसद को बाधित कर रहे हैं।
संसद पुस्तकालय भवन में भारतीय जनता पार्टी संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए, मोदी ने यह भी कहा कि संसद में विपक्ष का आचरण सुनिश्चित करेगा कि 2024 के चुनावों में उसकी संख्या कम होगी और भाजपा को संख्या में लाभ होगा। विधानसभा चुनाव में हार से विपक्ष बौखला गया है और हताशा में संसद को बाधित कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आईएनडीआई गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि गठबंधन का लक्ष्य हमारी सरकार को उखाड़ फेंकना है, लेकिन हमारी सरकार का लक्ष्य देश के लिए उज्ज्वल भविष्य बनाना है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को बताया कि अगर वह दिल्ली में हैं तो 2014 के बाद से उन्होंने एक भी (संसदीय पार्टी) बैठक नहीं छोड़ी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संसद सुरक्षा उल्लंघन को उचित ठहराने के प्रयासों पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि कुछ दल एक तरह से संसद में सुरक्षा उल्लंघन का समर्थन कर रहे हैं, यह संसद की सुरक्षा उल्लघंन जितना खतरनाक है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में 13 दिसंबर को संसद के उल्लंघन के लिए बेरोजगारी और महंगाई को जिम्मेदार ठहराया था, जब दो प्रदर्शनकारी निचले सदन कक्ष में कूद गए और धुएं के डिब्बे खोल दिए।
मोदी ने कहा कि लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास करने वाले सभी लोगों को सामूहिक रूप से संसद में सुरक्षा उल्लंघन की निंदा करनी चाहिए थी।
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद के मुताबिक, ”लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास करने वाली पार्टी खुलेआम या छुपे तौर पर इसे कैसे उचित ठहरा सकती है।” उन्होंने कहा कि संसद में जो हुआ, उस पर प्रधानमंत्री जी ने बहुत पीड़ा व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह 2023 की आखिरी मंगलवार की बैठक है।