कोलकाता : शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने एक बार फिर दावा किया है कि नियुक्ति मामले से उनका कोई संबंध नहीं है। उन्होंने गुरुवार को विशेष सीबीआई कोर्ट में पेशी के समय कहा, ‘’मैं नियुक्ति नहीं करता था, मैं मंत्री था। यह सारी जिम्मेवारी अधिकारियों की थी। मैं कभी भी भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं करूंगा और ना ही किया हूं।’’
उन्होंने कहा कि शिक्षा बोर्ड अपने अलग नियम से चलता है। इसमें एसएससी और प्राथमिक शिक्षा बोर्ड दोनों आते हैं। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को पार्थ चटर्जी सहित 13 आरोपितों को एक बार फिर कोर्ट में पेश किया गया। भ्रष्टाचार मामले में केंद्रीय एजेंसी ने पार्थ चटर्जी को मुख्य सरगना बताया है और आरोप है कि उन्हीं के निर्देश पर उनके सलाहकारों ने नियुक्ति में भ्रष्टाचार की साजिश रची थी।