कोलकाता : पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के जरिए शिक्षकों की नियुक्ति में हुई बड़े पैमाने पर धांधली के मामले में तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को एक बार फिर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने पूछताछ के लिए बुलाया है। शुक्रवार को उन्हें नोटिस भेजा गया है और अगले हफ्ते आने को कहा गया है। इसके पहले बुधवार को सीबीआई ने उनसे साढ़े तीन घंटे तक पूछताछ की थी।
दरअसल 2018 में शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी तब पार्थ चटर्जी ही शिक्षा मंत्री थे। तब 1002 ऐसे लोगों की नियुक्ति हुई है जिन्होंने या तो परीक्षा ही नहीं दी या पास नहीं हुए। इसी मामले में उनसे पूछताछ हो रही है। सीबीआई के हाथों गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने कलकत्ता हाई कोर्ट के खंडपीठ में याचिका लगाई है। इसके पहले गत बुधवार को न्यायमूर्ति अभिजीत गांगुली के एकल पीठ ने सख्त निर्देश देते हुए कहा था कि शाम 6:00 बजे तक अगर पार्थ सीबीआई दफ्तर में नहीं आते हैं तो सीबीआई उन्हें हिरासत में ले सकता है। इस अल्टीमेटम के बाद पार्थ चटर्जी सीबीआई के समक्ष पूछताछ के लिए हाज़िर हुए थे।