कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पार्थ को पेश किया गया, जहां एजेंसी ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की, जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया। इस मामले में प्रमुख आरोपित अयन शील को भी गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, सीबीआई ने दोनों को अपनी हिरासत में लेने की मांग नहीं की है।
पार्थ चटर्जी इस समय जेल के अस्पताल में भर्ती हैं। उल्लेखनीय है कि यह गिरफ्तारी उस भर्ती घोटाले से संबंधित है, जिसके तहत जुलाई 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दक्षिण कोलकाता के नाकतला में पार्थ चटर्जी के घर पर छापेमारी की थी। इस दौरान पार्थ की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के टॉलीगंज और बेलघरिया स्थित फ्लैटों से बड़ी मात्रा में नकदी और आभूषण बरामद किए गए थे। टॉलीगंज स्थित फ्लैट से ईडी ने 21.90 करोड़ रुपये नकद, विदेशी मुद्रा और सोने के आभूषण बरामद किए थे। इसके बाद 27 जुलाई को बेलघरिया के ‘क्लब टाउन हाइट्स’ में अर्पिता के नाम पर स्थित फ्लैट से 27.90 करोड़ रुपये नकद और सोने के गहने भी जब्त किए गए थे।
ईडी का दावा है कि इन दोनों फ्लैटों से कुल 49.80 करोड़ रुपये नकद और 5.08 करोड़ रुपये के आभूषण बरामद किए गए थे। साथ ही, सात अन्य देशों की मुद्रा भी बरामद की गई थी। ईडी ने इस मामले में कुल मिलाकर 60 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त करने का दावा किया है।
पार्थ चटर्जी और अर्पिता को इससे पहले एसएससी भर्ती घोटाले के मामले में भी सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। अब पार्थ को प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही, मार्च 2023 में तृणमूल युवा नेता शांतनु बनर्जी के करीबी प्रमोटर अयन शील को भी इसी मामले में गिरफ्तार किया गया है।