पूर्व मेदिनीपुर : ओडिशा के बालासोर में हुए भयानक ट्रेन हादसे को दो दिन बीत चुके हैं। कोलाघाट के तीन प्रवासी मजदूरों का अभी तक कोई पता नहीं चला है। उन तीनों मजदूरों के परिवार बेहद चिंतित हैं। तीनों एक ही गांव के निवासी हैं। उनका फोन लगातार बंद जा रहा है।
कोलाघाट से निकले एक ही गांव के तीन प्रवासी मजदूर भुवनेश्वर में टाइल्स के काम पर जाने के लिए खड़गपुर से कोरोमंडल एक्सप्रेस में चढ़े थे। कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे के बाद से कोलाघाट ब्लॉक के नमालबाड़ गांव के तीन निवासी शेख जहर अली (35), जैनल पाखिरा (41) और जैदुल पाखिरा (31) का कुछ पता नहीं चला हैं। उनके नहीं मिलने से परिवार के सभी लोगों की दहशत बढ़ती जा रही है। तीनों के रिश्तेदार आज ही दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। लेकिन अभी तक उनके परिवार के सदस्यों की कोई खबर नहीं मिली है।
सूत्रों के अनुसार जैनल पाखिरा पहली बार गांव के लड़कों के साथ मजदूरी करने जा रहा था, ताकि अतिरिक्त कमाई हो। बालेश्वर स्टेशन में प्रवेश करने से पहले परिवार से अंतिम बात की थी। तभी कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
इसके बाद से परिवार ने कई बार फोन किया लेकिन फोन स्विच ऑफ बता रहा है। परिवार में सभी चिंतित हैं।
परिवार ने प्रशासन से अनुरोध किया कि उनके बेटे को उनके घर लौटा दिया जाए।