नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17वें जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए सोमवार को इंडोनेशिया के बाली रवाना हो गये। प्रधानमंत्री सम्मेलन में वैश्विक चिंता के प्रमुख मुद्दों, वैश्विक विकास, खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन को पुनर्जीवित करने के लिए जी20 के अन्य नेताओं के साथ व्यापक चर्चा करेंगे।
जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए बाली रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा, ‘’मैं इंडोनेशिया की अध्यक्षता में होने वाले जी-20 के नेताओं के 17वें शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 14-16 नवंबर 2022 के दौरान इंडोनेशिया के बाली का दौरा करूंगा।
बाली शिखर सम्मेलन के दौरान, मैं वैश्विक विकास को फिर से पटरी पर लाने, खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन जैसे वैश्विक चिंता के प्रमुख मुद्दों पर जी-20 के अन्य नेताओं के साथ व्यापक चर्चा करूंगा। जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान, मैं इसमें भाग लेने वाले कई अन्य देशों के नेताओं से मिलूंगा और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा करूंगा। मैं 15 नवंबर, 2022 को आयोजित एक स्वागत समारोह में बाली में रहने वाले भारतीय समुदाय को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं।’’
हमारे देश और नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण के रूप में, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में भारत को जी-20 की अध्यक्षता सौंपेंगे। भारत आधिकारिक तौर पर 1 दिसंबर, 2022 से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। मैं अगले साल जी-20 शिखर सम्मेलन में जी-20 के सदस्यों तथा अन्य आमंत्रित लोगों को भी अपना व्यक्तिगत निमंत्रण दूंगा।
जी-20 शिखर सम्मेलन में अपनी बातचीत के दौरान, मैं भारत की उपलब्धियों और वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक रूप से सामना करने के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालूंगा। भारत की जी-20 अध्यक्षता “वसुधैव कुटुम्बकम” या “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” के थीम पर आधारित होगी, जो सभी के लिए समान विकास और साझा भविष्य के संदेश को रेखांकित करती है।