म्यूनिख/नयी दिल्ली : जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जर्मनी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को म्यूनिख में अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा हुई। दोनों के बीच बहुआयामी संबंधों में राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यालय ने इस पर ट्वीट किया है- ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज के साथ म्यूनिख में बातचीत की। दोनों नेताओं ने भारत और अर्जेंटीना के बीच वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।’
उल्लेखनीय है कि फरवरी, 2019 में भारत-अर्जेंटीना के बहुआयामी संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया जा चुका है। ।2021 में भारत, अर्जेंटीना के चौथे सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार के रूप में सामने आया। दोनों देशों के बीच 5.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य का कुल व्यापार हुआ। इससे पहले भारत ने 1943 में ब्यूनस आयर्स में एक व्यापार आयोग खोला था। इसे साल 1949 में दक्षिण अमेरिका में भारत के पहले दूतावासों में से एक में बदल दिया गया।
अर्जेंटीना में कई भारतीय कंपनियों का कुल एक बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश है। भारत में अर्जेंटीना का निवेश करीब 12 करोड़ डॉलर का है। अर्जेंटीना में व्यापक रूप से लोकप्रिय भारतीय संस्कृति, योग, ध्यान, दर्शन, अध्यात्मवाद, नृत्य और संगीत के साथ दोनों देशों का सांस्कृतिक संबंध है। भारत हर साल अर्जेंटीना के 40 से 45 कामकाजी पेशेवरों को भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम (आईटीईसी) छात्रवृत्ति देता है। करीब 2,600 प्रवासी भारतीय (एनआरआई) और भारतीय मूल के व्यक्ति अर्जेंटीना में रहते हैं। इनमें भारतीय और बहुराष्ट्रीय निगमों के साथ काम करने वाले पेशेवर भी शामिल हैं।
जी-7 शिखर सम्मेलन में पर्यावरण और ऊर्जा से लेकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तक के मुद्दों पर चर्चा होनी है। म्यूनिख पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बवेरियन बैंड से स्वागत किया गया। शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री सदस्य देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने का निमंत्रण भारत और जर्मनी के बीच मजबूत साझेदारी और उच्चस्तरीय राजनीतिक संपर्कों का प्रतीक है।