नयी दिल्ली : जापान की अपनी सफल यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने तीन देशों के दौरे के दूसरे चरण के लिए पापुआ न्यू गिनी के लिए रवाना हो गए। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पापुआ न्यू गिनी की पहली यात्रा है। यह जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने दी।
बागची ने बताया कि हिरोशिमा में प्रमुख भागीदारों के साथ दो दिनों के गहन द्विपक्षीय और बहुपक्षीय जुड़ाव के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने जापान की अपनी यात्रा समाप्त की। प्रधानमंत्री अब अपनी यात्रा के अगले चरण में पोर्ट मोरेस्बी पहुंचेंगे। वहां पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री उनकी अगवानी करेंगे। यहां उनका पूर्ण औपचारिक स्वागत किया जाएगा। आमतौर पर देश सूर्यास्त के बाद आने वाले किसी भी नेता का औपचारिक स्वागत नहीं करता है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के लिए एक विशेष अपवाद के तौर पर उनका पूर्ण औपचारिक स्वागत किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी पोर्ट मोरेस्बी में 22 मई को पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे के साथ संयुक्त रूप से भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच के तीसरे शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। पापुआ न्यू गिनी में प्रधानमंत्री मोदी के द्विपक्षीय कार्यक्रम होंगे। इसमें गवर्नर-जनरल सर बॉब डाडे और प्रधानमंत्री जेम्स मारपे के साथ बैठकें शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि 2014 में लॉन्च किए गए इस मंच में भारत और 14 प्रशांत द्वीप देश शामिल हैं। अर्थात इसमें फिजी, पापुआ न्यू गिनी, टोंगा, तुवालु, किरिबाती, समोआ, वानुअतु, नीयू, माइक्रोनेशिया के संघीय राज्य, मार्शल द्वीप समूह, कुक द्वीप समूह, पलाऊ, नाउरू और सोलोमन द्वीप शामिल हैं।