कोलकाता : राज्य के बहुचर्चित चिटफंड मामले में भाजपा के वरिष्ठ विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी तथा माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती का नाम लेने का दबाव सारदा चिटफंड के प्रमुख सुदीप्त सेन की सहयोगी रही देवयानी मुखर्जी पर बनाया जा रहा है। आरोप है कि बार-बार सीआईडी अधिकारी उससे पूछताछ के बहाने सेंट्रल जेल में मुलाकात कर ऐसा करने के लिए दबाव बना रहे हैं। इसके बाद कलकत्ता हाईकोर्ट में सोमवार को एक जनहित याचिका लगाई गई है जिसमें इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की गई है। न्यायमूर्ति राजशेखर मंथा के एकल पीठ ने याचिका को स्वीकार कर लिया है। इसी सप्ताह इस पर सुनवाई होगी।
आरोप है कि सीआईडी के अधिकारी बार-बार जेल में जाते हैं और देवयानी से इस मामले में पूछताछ के बहाने दोनों नेताओं का नाम लेने के लिए दबाव बना रहे हैं। आरोप है कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो उन्हें और सात मामलों में फँसाया जाएगा। खुद सुजन चक्रवर्ती ने यह याचिका लगाई है जिसमें जल्द से जल्द मामले की सुनवाई की अर्जी लगाई गई है।