प्रधानमंत्री ने 51 हजार युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रोजगार मेले को संबोधित किया और नवनियुक्त 51 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। देशभर से चुने गए युवा डाक विभाग, भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग, राजस्व विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, रक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय एवं परिवार कल्याण सहित अन्य विभिन्न मंत्रालयों व विभागों में शामिल होंगे। रोज़गार मेला देशभर में 46 स्थानों पर आयोजित किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने नियुक्ति पत्र पाने वाले युवाओं को बधाई दी। देशभर में गणेश उत्सव का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह इस शुभ अवसर के दौरान नियुक्त लोगों के लिए एक नए जीवन का ‘श्री गणेश’ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ऐतिहासिक उपलब्धियों का गवाह बन रहा है। उन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम का उल्लेख किया जिसने आधी आबादी को सशक्त बनाया है। उन्होंने जोर दिया, “महिला आरक्षण का मुद्दा जो 30 वर्षों से अटका हुआ था, दोनों सदनों द्वारा रिकॉर्ड मतों से पारित हो गया है। नई संसद के पहले सत्र में ही ये फैसला हुआ, एक तरह से नई संसद में देश के लिए ये एक नई शुरुआत है।”

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नई भर्तियों में महिलाओं की महत्वपूर्ण उपस्थिति को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की बेटियां हर क्षेत्र में नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने कहा, “मुझे नारीशक्ति की उपलब्धि पर बहुत गर्व है और सरकार की नीति है कि उनके विकास के लिए नए रास्ते खोले जाएं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में महिलाओं की उपस्थिति से हमेशा हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आया है।

नये भारत की बढ़ती आकांक्षाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस नये भारत के सपने ऊंचे हैं। भारत ने 2047 तक विकसित भारत बनने का संकल्प लिया है। उन्होंने रेखांकित किया कि अगले कुछ वर्षों में देश-दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा जहां सरकारी कर्मचारियों को आने वाले समय में बहुत योगदान देना होगा। मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि वे ‘सिटीजन फर्स्ट’ के दृष्टिकोण का पालन करते हैं। यह देखते हुए कि आज के नई भर्ती प्रौद्योगिकी के साथ बड़े हुए हैं, प्रधानमंत्री ने अपने कार्यक्षेत्र में इसका उपयोग करने और शासन की दक्षता में सुधार करने पर जोर दिया।

शासन में प्रौद्योगिकी के उपयोग के बारे में विस्तार से बताते हुए प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन रेलवे आरक्षण, आधार कार्ड, डिजिलॉकर, ईकेवाईसी, गैस बुकिंग, बिल भुगतान, डीबीटी और डिजीयात्रा द्वारा दस्तावेज़ीकरण की जटिलता को समाप्त करने का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने नए लोगों से इस दिशा में आगे काम करने का आग्रह करते हुए कहा, “प्रौद्योगिकी ने भ्रष्टाचार को रोक दिया है, विश्वसनीयता में सुधार किया है, जटिलता कम की है, आराम बढ़ाया है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में सरकार की नीतियां नई मानसिकता, निरंतर निगरानी, मिशन मोड कार्यान्वयन और जन भागीदारी पर आधारित हैं और इसने महत्वपूर्ण लक्ष्यों को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने बताया कि देशभर में परियोजनाओं की लगातार निगरानी की जा रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह सरकारी कर्मचारी ही हैं जो सरकारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने की सर्वोच्च जिम्मेदारी निभाते हैं। उन्होंने कहा कि जब लाखों युवा सरकारी सेवाओं में शामिल होते हैं तो नीति कार्यान्वयन की गति और पैमाने को बढ़ावा मिलता है, जिससे सरकारी क्षेत्र के बाहर रोजगार को बढ़ावा मिलता है और नए रोजगार ढांचे की स्थापना होती है। जीडीपी वृद्धि एवं उत्पादन और निर्यात में उछाल के बारे में प्रधानमंत्री ने आधुनिक बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व निवेश का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री ने देश और नवनियुक्तों के जीवन में अगले 25 वर्षों के अमृतकाल के महत्व को दोहराया। उन्होंने उनसे टीम वर्क को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि जी-20 हमारी परंपरा, संकल्प और आतिथ्य का आयोजन बन गया। यह सफलता विभिन्न सार्वजनिक एवं निजी विभागों की भी सफलता है। जी-20 की सफलता के लिए सभी ने एक टीम के रूप में काम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”मुझे खुशी है कि आज आप भी सरकारी कर्मचारियों की टीम इंडिया का हिस्सा बन रहे हैं।”

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