पटना : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिना नाम लिए राजद सुप्रीमो लालू यादव पर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने उनके रेलमंत्री वाले कार्यकाल पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश का दुर्भाग्य रहा कि रेलवे जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था जो सामान्य मानव के जीवन का इतना बड़ा हिस्सा है उसे भी राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया था। हालात ये थे कि रेलवे की भर्तियों में राजनीति होती थी। गरीब लोगों की जमीन छीन कर उन्हें रेलवे में नौकरी का झांसा दिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश की 15वीं और राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद अपने वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने रेलवे में राजनीति को लेकर पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि राजनीति स्वार्थ पर तय किया जाता था कि कौन रेल मंत्री बनेगा, कौन नहीं बनेगा। राजनीतिक स्वार्थ में तय होता था कि कौन सी ट्रेन किस स्टेशन पर चलेगी। इसी स्वार्थ के चलते बजट में ऐसी-ऐसी ट्रेनों की घोषणा हुईं, जो कभी चली ही नहीं। रेलवे की सुरक्षा, स्वच्छता, सबकुछ नजरअंदाज कर दिया गया था। वर्ष 2014 के बाद से इन सब परिस्थितियों में बदलाव आना शुरू हुआ।
उल्लेखनीय है कि लालू यादव वर्ष 2004 से 2009 तक केन्द्र सरकार में रेलमंत्री थे। उस दौरान लालू यादव पर रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी दिलाने के बदले कई लोगों से पटना सहित अन्य जगहों पर जमीन लेने का आरोप लगा है। इस मामले में सीबीआई ने आरोप पत्र भी दाखिल किया है। पिछले एक महीने के दौरान लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बेटी मीसा भारती सहित अन्य लोगों से सीबीआई और ईडी की पूछताछ हो चुकी है। एक दिन पहले ही तेजस्वी से ईडी ने कई घंटों तक पूछताछ की थी।