कोलकाता : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर शुक्रवार को जनता के प्रति सेवा और समर्पण की अनूठी मिसाल पेश की। सुबह के समय माँ हीराबेन के निधन के बावजूद उन्होंने पश्चिम बंगाल के लिए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से शामिल होकर राज्य को पूर्वी भारत की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस समेत रेलवे की कई परियोजनाओं के साथ 7800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज प्रधानमंत्री को कोलकाता आना था, जहां हावड़ा स्टेशन पर उनका मूल कार्यक्रम आयोजित था। इस बीच सुबह के समय जब हीराबेन के निधन की खबर आई तो इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि कार्यक्रम को टाला जा सकता है। हालांकि थोड़ी देर बाद ही आधिकारिक तौर पर बताया गया कि प्रधानमंत्री वर्चुअल तरीके से कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इधर माँ के अंतिम संस्कार के बाद पूर्वाह्न करीब 11:00 बजे प्रधानमंत्री मोदी अहमदाबाद के राज भवन जा पहुंचे। वहां वर्चुअल माध्यम से वह कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के संबोधन के बाद पूर्वी भारत की पहली बहुप्रतीक्षित वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही उन्होंने कई अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। हावड़ा न्यू जलपाईगुड़ी के बीच ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद अपने सम्बोधन में उन्होंने बंगाल की जनता से माफी मांगते हुए कहा कि वह निजी कारणों से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके, इसके लिए वह क्षमा प्रार्थी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे पश्चिम बंगाल आना था लेकिन निजी कारणों से मैं वहां नहीं आ सका। मैं बंगाल के लोगों से माफी मांगता हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “बंगाल की पुण्य धरती को आज मेरे लिए नमन करने का अवसर है। बंगाल के कण-कण में आज़ादी का इतिहास समाया हुआ है। जिस धरती से वंदे मातरम का जय घोष हुआ वहां वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई गई।”
मोदी ने कहा, “आज इतिहास में 30 दिसंबर की तारीख का बड़ा महत्व है। 30 दिसंबर, 1943 में नेताजी सुभाष में अंडमान में तिरंगा फहराकर भारत की आज़ादी का बिगुल फूंका था। इस घटना के 75 वर्ष होने पर साल 2018 में मैं अंडमान गया था और नेताजी के नाम पर एक द्वीप का नामकरण भी किया था।”
जोका-तारातला मेट्रो लाइन का किया उद्घाटन
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजधानी कोलकाता की बहुप्रतीक्षित नवनिर्मित जोका-तारातला मेट्रो लाइन का उद्घाटन भी किया। जोका, ठाकुरपुकुर, सखेर बाजार, बेहाला चौरास्ता, बेहाला बाजार और तारातला जैसे छह स्टेशनों वाले 6.5 किलोमीटर के खंड के निर्माण में 2475 करोड़ रुपये की लागत आई है।
चार अन्य रेल परियोजनाओं का उद्घाटन
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से ही राज्य में चार और रेल परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। इनमें बोइंची-शक्तिगढ़ तीसरी लाइन, डानकुनी-चंदनपुर चौथी लाइन, निमतिता-न्यू फरक्का डबल लाइन और अम्बारी फालाकाटा-न्यू मयनागुड़ी-गुमानीहाट दोहरीकरण परियोजनाएं शामिल हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने 335 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किए जाने वाले न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की भी आधारशिला रखी।