नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित हुए। उन्होंने सम्मान के प्रति आभार प्रगट करते हुए इसे 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित किया।
दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को भूटान पहुंचे प्रधानमंत्री ने सम्मान के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा, “ये सम्मान मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, ये भारत और 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है। भूटान की इस महान भूमि पर मैं सभी भारतवासियों की ओर से ये सम्मान नम्रता से स्वीकार करता हूं। इस सम्मान के लिए आप सभी का हृदय से कोटि-कोटि धन्यवाद करता हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-भूटान की साझेदारी केवल जमीन और पानी तक ही सीमित नहीं रही है। भूटान अब अपने अंतरिक्ष अभियानों में भारत का भागीदार है। भूटान के वैज्ञानिकों ने इसरो के साथ मिलकर सैटेलाइट लॉन्च किया है।
उन्होंने कहा कि भारत और भूटान के युवाओं की आकांक्षाएं एक जैसी हैं। भारत ने 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने का निर्णय लिया है। भूटान ने 2034 तक ‘उच्च आय’ देश बनने का फैसला किया है। भूटान को उसके लक्ष्यों को पाने में सहयोग का आश्वासन देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ‘बीबी’ – ब्रांड भूटान और भूटान बिलीव के लिए आपके साथ खड़ा है। आने वाले 5 साल हमारे संबंधों को एक नई ऊर्जा देंगे। हम कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचे, व्यापार और ऊर्जा क्षेत्रों में रास्ते बनाने के लिए काम करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भूटान की राजधानी थिंफू पहुंचे। प्रधानमंत्री का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री ने भूटान नरेश जिम्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात की।