कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष और तृणमूल कांग्रेस के विधायक मानिक भट्टाचार्य के बेटे और पत्नी को बुधवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। केंद्रीय एजेंसी ईडी के अधिवक्ता ने पूछा कि अगर लंदन में आपका घर नहीं है तो आप लोगों ने वहां जाने के लिए विशेष वीजा के लिए क्यों आवेदन किया? मानिक भट्टाचार्य की पत्नी शतरूपा और बेटा शौविक भट्टाचार्य बुधवार को कोर्ट में पेश हुए। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के वकील ने बुधवार को कहा, “मानिक के बेटे ने वर्ष 2017 में दो बार ब्रिटेन का दौरा किया, जिसके बाद जांच अधिकारियों ने न्यायाधीश को कुछ गुप्त दस्तावेज दिखाए।”
जज ने पूछा, ””वहां कोई घर है? विदेश में प्रॉपर्टी से जुड़े काम के लिए? पता लगा रहे हैं। ईडी के अधिवक्ता ने बताया कि बार-बार नोटिस के बावजूद शौविक नहीं आ रहे थे जिसके बाद मानिक के बेटे के नाम पर लुकआउट नोटिस जारी करना पड़ा था ताकि वह देश छोड़कर न जाए। उसके बाद सात जनवरी को शौविक और उसकी माँ शतरूपा कोर्ट में पेश हुए।
मानिक के बेटे की एक कंसल्टिंग फर्म है। जांचकर्ताओं के अनुसार, उसमें अक्टूबर, 2018 से अप्रैल 2019 तक निजी बीएड कॉलेजों से दो करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की गई थी। कथित तौर पर बदले में कॉलेजों को कोई सेवा प्रदान नहीं की गई, उसके बाद भी पैसा नहीं लौटाया गया।
अब भर्ती भ्रष्टाचार मामले में मानिक की पत्नी और बेटे के खिलाफ बैंकशाल कोर्ट के विशेष पीएमएलए कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है। जांचकर्ताओं के सूत्रों के मुताबिक, शौविक ने अपनी विदेश यात्रा की कई जानकारियां छुपाई हैं। लेकिन उन्होंने 2017 में दो बार लंदन का दौरा किया। पहले तो उन्होंने लंदन जाने को लेकर कई बातें छुपाईं। इसकी जानकारी जब जांचकर्ताओं को मिली तब शौविक से पासपोर्ट दिखाकर विदेश यात्रा का कारण पूछा गया तो उसने ईडी को बताया कि वह वहां पढ़ने गया था। अब ईडी का सवाल है कि शौविक ने लंदन दौरे की तमाम जानकारियां और वजहें क्यों छिपाईं? दरअसल ईडी की चार्जशीट में शौविक का भी नाम है।