कोलकाता : राज्य के छह प्रमुख अस्पतालों में महिला सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ‘रात्तिरेर साथी’ (रात के साथी) योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों को सौंपा गया है। राज्यपाल की अनुमति के बाद कोलकाता पुलिस के क्षेत्र के चार सरकारी अस्पताल, एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और एक जिला अस्पताल को इस योजना के अंतर्गत लाया गया है। राज्य स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना शुक्रवार को जारी की है।
सचिवालय द्वारा एक महीने पहले ही महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 17 बिंदुओं का खाका तैयार किया गया था, जिसमें ‘रात्तिरेर साथी’ योजना भी शामिल थी। इस योजना के तहत हर अस्पताल में एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी, जो सुरक्षा कर्मियों के बीच समन्वय, निगरानी और पर्यवेक्षण का कार्य करेंगे।
इस योजना की घोषणा तब की गई थी, जब आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज की एक छात्रा के साथ हुई बर्बरता की घटना ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया था। इस घटना के बाद, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए टास्क फोर्स बनाने का सुझाव दिया था। इसके बाद राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों और सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों में सेवानिवृत्त पुलिस, सेना, नौसेना और वायुसेना के अधिकारियों की नियुक्ति का निर्णय लिया गया।
सेवानिवृत्त अधिकारियों की सूची तैयार
स्वास्थ्य भवन के अनुसार, कोलकाता पुलिस कमिश्नर की सिफारिश के आधार पर इन छह अस्पतालों में ‘रात्तिरेर साथी’ के रूप में छह सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। निर्देश के मुताबिक, पिछले दो वर्षों में सेवानिवृत्त हुए शारीरिक रूप से सक्षम पुलिस इंस्पेक्टर से एसपी रैंक के अधिकारियों को इस योजना के लिए चुना गया है।
इस योजना का उद्देश्य अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों और प्रशिक्षु चिकित्सकों के लिए एक सुरक्षित कार्य वातावरण तैयार करना है, जिससे किसी भी प्रकार की हिंसा और लैंगिक भेदभाव को समाप्त किया जा सके।
इन अस्पतालों में मिलेगी सुरक्षा
कोलकाता के नाशनल मेडिकल कॉलेज में नौशाद अली, कोलकाता मेडिकल कॉलेज में अनुज राय, एसएसकेएम में अरविंद कुमार मिश्रा, एनआरएस मेडिकल कॉलेज में आसिफ जमाल, मेटियाबुरुज अस्पताल में देवाशीष चक्रवर्ती और एमआर बांगुर अस्पताल में विश्वजीत राय को ‘रात्तिरेर साथी’ के रूप में जिम्मेदारी दी गई है। ये सभी अधिकारी कोलकाता पुलिस में डिप्टी या असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात रह चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की सुरक्षा अभी भी केंद्रीय सुरक्षा बलों के जिम्मे है, जो अदालत के निर्देश पर तैनात की गई थी।