कोलकाता : शुक्रवार को रेलवे की इंस्पेक्शन कार की चपेट में आने से एक रेलवे कर्मचारी की मौत हो गई थी। इस दुखद घटना के बाद भी रेलवे अधिकारियों ने पीछे मुड़कर भी नहीं देखा। इसी के खिलाफ पूर्व रेलवे की मुख्य यूनियन इस बार विरोध में मुखर हो गई है। मामले की जांच की मांग को लेकर उन्होंने शनिवार को धरना दिया।
दरअसल सिग्नल निर्माण विभाग के एक वरिष्ठ तकनीशियन अशोक विश्वास 45 शुक्रवार दोपहर में ड्यूटी के दौरान रेलवे के इंस्पेक्शन कार की चपेट में आ गए। पूर्व रेलवे के मेंस यूनियन ने शनिवार को इस घटना के खिलाफ आवाज बुलंद की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सियालदह के कई अधिकारी इंस्पेक्शन कार से कृष्णानगर जा रहे थे। इसी दौरान ये हादसा हुआ था। रेल यूनियन के महासचिव अमित घोष ने शिकायत की कि एक रेलकर्मी को कटते देख भी गाड़ी नहीं रुकी। यह बहुत ही अमानवीय व्यवहार है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मृतक अशोक विश्वास अकेले सिग्नल सर्वे कर रहा था। ऐसे में रनिंग लाइन पर साथ में एक वर्कर देने का भी नियम है लेकिन रेलवे ने ऐसा नहीं किया।
सियालदह के डीआरएम एसपी सिंह ने कहा कि घटना ट्रेन चालक के संज्ञान में नहीं आ पाई। चूंकि अधिकारी ट्रेन में सबसे पीछे थे, इसलिए उन्हें मामले की जानकारी नहीं थी, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि रेलवे जल्द ही सभी मुआवजे और मृतक के परिवार के एक व्यक्ति के लिए नौकरी की व्यवस्था करेगा। इस संबंध में खुद जीएम ने निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि निरीक्षण गाड़ी में एडीआरएमआई, वरिष्ठ डीएसटी, वरिष्ठ डीएमसी व सियालदह के अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।