नयी दिल्ली : दिल्ली के राजेन्द्र नगर इलाके में कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की दर्दनाक मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोचिंग सेंटर, बिल्डिंग के मैनेजमेंट और ड्रेनेज सिस्टम की देखभाल करने वाले और अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज किया है।
हादसे में मृत एक छात्र और दो छात्राओं की पहचान हो गई है। इनकी पहचान श्रेया यादव (अंबेडकर नगर, यू.पी.), तान्या सोनी (तेलंगाना) और नवीन डालविन (केरल, एर्नाकुलम) के रूप में की गई है।
मामले में पुलिस उपायुक्त एम. हर्षवर्धन ने बताया कि कोचिंग सेंटर हादसे मामले में राजेंद्र नगर थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 106(1), 152, 290 और 35 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर कोचिंग सेंटर, बिल्डिंग के मैनेजमेंट और ड्रेनेज सिस्टम की देखभाल करने वाले और ऐसे लोग जो इन्वेस्टिगेशन में आएंगे, उन सभी के खिलाफ की गई है। दिल्ली पुलिस ने फिलहाल दो लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें बिल्डिंग के ऑनर और कोऑर्डिनेटर शामिल हैं। जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि शनिवार शाम को राउज आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में करीब 12 फीट तक पानी भर गया था। बारिश और ड्रेन के पानी के भर जाने की वजह से कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी में तीन छात्र फंस गये थे, जिनके शवों को देर रात तक चले संयुक्त बचाव अभियान के बाद निकाला गया।
दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय ने हादसे को बेहद दर्दनाक बताते हुए विस्तृत जांच और कठोर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने नगर निगम के अंतर्गत आने वाले सभी कोचिंग सेंटर जहां अवैध तरीके से बेसमेंट में वाणिज्यिक गतिविधियां चल रही हैं पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। इसके अलावा इस हादसे में किसी भी एमसीडी अधिकारी की किसी भी प्रकार की संलिप्तता की जांच की जायेगी और उस पर कठोर कार्रवाई होगी।