कोलकाता : लोकसभा चुनाव के सियासी दंगल के बीच पश्चिम बंगाल में बुधवार को रामनवमी के अवसर पर शोभायात्राएं निकाली गईं। कुछ इलाकों में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने और कुछ इलाकों में भाजपा नेताओं ने कई शोभायात्राओं की अगुवाई की और इनमें हजारों लोग शामिल हुए।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘रामनवमी के पावन पर्व पर सभी को शुभकामनाएं। मैं सभी से शांति, सौहार्द कायम रखने की अपील करती हूं।’’ विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शहर के न्यू टाउन इलाके में एक शोभायात्रा में भाग लिया जबकि तृणमूल के मंत्री अरूप रॉय और पार्टी के हावड़ा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार प्रसून बनर्जी ने हावड़ा शहर में शोभायात्रा में शिरकत की। भाजपा उम्मीदवार अर्जुन सिंह ने बैरकपुर में रामनवमी के पर्व पर शोभायात्रा का नेतृत्व किया।
इसके अलावा बांकुड़ा, पुरुलिया, दुर्गापुर, आसनसोल और राज्य के अन्य स्थानों में युवाओं ने जय श्री राम के नारों के साथ शोभायात्रा निकाली। इन यात्राओं में युवाओं ने हाथ में तलवारों की प्रतिकृतियां ली हुई थीं। प्रशासन ने हालांकि सार्वजनिक तौर पर हथियार लेकर चलने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है लेकिन हावड़ा में शोभायात्रा के दौरान तलवारें दिखाई दीं। इस पर भाजपा उम्मीदवार रथिन चक्रवर्ती ने कहा कि रामनवमी के रीति-रिवाजों के अनुसार देवी की पूजा अस्त्र-शस्त्रों से की जाती है। यह परंपरा है और इसमें कुछ भी गैरकानूनी नहीं है।
बर्दवान से भाजपा के उम्मीदवार दिलीप घोष भी दुर्गापुर में शोभायात्रा में तलवार के साथ नजर आए। तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी पिछले दो दिन से आरोप लगा रही थीं कि भाजपा 19 अप्रैल को पहले चरण के चुनाव से पूर्व दो समूहों के बीच झड़प के लिए रामनवमी उत्सव का इस्तेमाल करेगी और उनके पार्टी कार्यकर्ताओं को परेशान करने के लिए एनआईए जांच का मार्ग प्रशस्त करेगी। मुख्यमंत्री ने लोगों से भाजपा के जाल में नहीं फंसने का आग्रह किया था।
यादवपुर लोकसभा सीट से तृणमूल उम्मीदवार सायोनी घोष ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में शोभायात्रा का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम शांतिपूर्ण तरीके से पूजा-अर्चना में विश्वास करते हैं। हम बाहुबल दिखाने में विश्वास नहीं करते।’’
बीरभूम से तृणमूल सांसद शताब्दी रॉय ने भी अपने निर्वाचन क्षेत्र में शोभायात्रा का नेतृत्व किया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता तन्मय भट्टाचार्य ने भाजपा और तृणमूल दोनों पर सांप्रदायिकता की राजनीति का सहारा लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य में रामनवमी इतने भव्य तरीके से कभी नहीं मनाई गई थी। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस और सुरक्षा बल निगरानी रख रहे हैं और स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है।