कोलकाता : राशन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा एक हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी का सनसनीखेज दावा किया गया है। इस मामले में ईडी ने अपनी तीसरी पूरक चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें चार नए नामों का उल्लेख किया गया है। इनमें टीएमसी नेता अनिसुर रहमान और उनके भाई अलीफ नूर उर्फ मुकुल रहमान के नाम शामिल हैं। इसके अलावा, चार कंपनियों के बारे में भी जानकारी दी गई है, जो इन आरोपितों से जुड़ी हुई हैं।
शनिवार को ईडी ने बैंकशाल कोर्ट के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष यह चार्जशीट पेश की, हालांकि, इस मामले की सुनवाई सीबीआई की विशेष अदालत में चल रही है। शनिवार को कोर्ट बंद होने के कारण, ईडी ने चार्जशीट को सीबीआई की विशेष अदालत में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया।
दो अगस्त को राशन घोटाले के मामले में टीएमसी नेता अनिसुर रहमान और उनके भाई अलीफ नूर उर्फ मुकुल रहमान को गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों के नाम इस चार्जशीट में शामिल हैं। इसके अलावा, दो और डीलरों के नाम हैं, जो रहमान भाइयों के साथ व्यावसायिक रूप से जुड़े हुए हैं। चार कंपनियों के बारे में भी जानकारी दी गई है, जिनका संबंध इन डीलरों से है।
ईडी ने अदालत को बताया कि राशन घोटाले में एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी हुई है। इस मामले में इससे पहले भी ईडी ने दो अतिरिक्त चार्जशीट दाखिल की थीं। पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रियो मल्लिक, बाकिबुर रहमान, और शंकर आढ़्य जैसे बड़े नेताओं के खिलाफ भी पहले चार्जशीट दायर की गई थी। अब तक इस मामले में कुल 29 व्यक्तियों और कंपनियों का नाम सामने आये हैं।
राशन घोटाले में पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक और उनके करीबी व्यापारी बाकिबुर को गिरफ्तार किया गया था।
इसी कड़ी में अगस्त के शुरू में उत्तर और दक्षिण 24 परगना के कई चावल मिलों पर केंद्रीय जांच एजेंसी ने छापा मारा था। इस छापे में देगंगा स्थित अलीफ के घर और मिल भी शामिल थे। उसके बाद अनिसुर और अलीफ को सीजीओ कॉम्प्लेक्स में पूछताछ के लिए बुलाया गया था, जहां लगभग नौ घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था।