वाशिंगटन : दुनिया भर के देशों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के चलते कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ और राष्ट्रपति जो बाइडन के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार एंथनी फासी ने कोरोना संक्रमण के चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने की चेतावनी दी है। फासी ने कहा कि ओमिक्रॉन को डेल्टा की तुलना में कम गंभीर माना जा रहा है। इसका मतलब हुआ कि इससे संक्रमण पर अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत कम पड़ेगी, लेकिन दूसरे वेरिएंट की तुलना में इससे बहुत ज्यादा लोग संक्रमित होंगे, जिससे अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ जाएगी।
अमेरिकी रोग नियंत्रक एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने 25 दिसंबर के आंकड़ों के आधार पर बताया कि देश में अब 58.6 फीसदी नए मामले ओमिक्रॉन के मिल रहे हैं। फासी ने कहा कि आगे अभी और ज्यादा मामले मिलेंगे, क्योंकि डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रॉन अधिक संक्रामक है। शनिवार को अमेरिका में 3,46,869 नए मामले मिले थे। इससे पहले एक दिन में पांच लाख से ज्यादा मामले मिल चुके हैं।
ब्रिटेन में रविवार को 1,37,583 नए मामले सामने आए। यह संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि ये आंकड़े सिर्फ इंग्लैंड और वेल्स के हैं। स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड के आंकड़े इसमें शामिल नहीं हैं। इंग्लैंड में शनिवार को 1.62 लाख नए केस मिले थे। वहीं इटली में कोरोना के नए मामले एक लाख से नीचे आ गए हैं। रविवार को 61,046 नए मामले पाए गए और 133 लोगों की मौत हुई। शनिवार को 1,41,262 मामले मिले थे और 111 लोगों की जान गई थी।
इजरायल में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि, इससे मौतें नहीं हो रही हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक नाचमन एश ने कहा कि ओमिक्रॉन संक्रमण की दर बढ़ रही है। आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में मामले मिल सकते हैं और जिसके परिणामस्वरूप सामुदायिक प्रतिरक्षा विकसित हो सकती है।